देश में एक तरफ जहां सीडीएस जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) की मौत से मातम छाया हुआ था, तो दूसरी तरफ देश में कुछ लोग इसका जश्न मना रहे थे। अब इन जश्न मनाने वालों के विरोध में केरल के मलयाली फिल्मों के फिल्म डायरेक्टर अली अकबर (Ali Akbar) ने बड़ी घोषण की है। उन्होंने अपना धर्म छोड़ने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद उनके नाम बदलने की भी जानकारी सामने आई।
सीडीएस की मौत पर जश्न मनाने वालों से थे आहत
फिल्म डायरेक्टर अली अकबर (Ali Akbar) ने फेसबुक (Facebook) पर लाइव सेशन में कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत (Bipin Rawat) की मौत की खबर के बाद सोशल मीडिया पर जश्न मनाया जा रहा है और इसके विरोध में वह अपना धर्म छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर सीडीएस बिपिन रावत की मौत का जश्न मनाया जा रहा है और ये स्वीकार्य नहीं है। इसलिए आज मैं उन कपड़ों का एक टुकड़ा फेंक रहा हूँ जिसके साथ मैंने जन्म लिया था। आज से मैं मुसलमान नहीं हूँ। मैं भारत का हूँ। ये मेरा उन लोगों को जवाब है जिन्होंने भारत के खिलाफ हजारों लॉफिंग की इमोजी पोस्ट किए।’
इसके बाद एक यूजर ने जानकारी देते हुए कहा कि “फिल्म डायरेक्टर अली अकबर (Ali Akbar) का नाम रामसिम्हन होगा।”
दरअसल, फिल्म डायरेक्टर अली अकबर ने जब सीडीएस बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर लाइव वीडियो बनाया तो कई लोगों ने उसपर हजारों की संख्या में लॉफिंग की इमोजी के जरिए मजाक उड़ाया था जिससे उनकी भावनाएँ काफी आहत हुई थीं।
ये पोस्ट फेसबुक (Facebook) से कुछ ही मिनटों में ‘गायब’ हो गई, परंतु व्हाट्सएप पर तेजी से फैल गयी। इसके बाद अली अकबर ने एक नया पोस्ट बनाया और कहा कि “राष्ट्र को उन लोगों की पहचान करनी चाहिए जो सीडीएस की मौत पर हँसते हैं और उन्हें दंडित किया जाए।”
अली अकबर अपनाएंगे हिंदू धर्म
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में अली अकबर ने कहा कि ‘बिपिन रावत की मौत पर जिन यूजर्स ने लॉफिंग की इमोजी पोस्ट की वो अधिकतर मुस्लिम थे। ये इसलिए हंस रहे थे क्योंकि बिपिन रावत ने पाकिस्तान के साथ ही कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए थे। मैं ऐसे धर्म से जुड़ा नहीं रह सकता हूँ।’ इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो और उनकी पत्नी हिन्दू धर्म अपनाएंगे परंतु अपनी दोनों बेटियों को धर्म बदलने के लिए मजबूर नहीं करेंगे।
इससे पहले अली अकबर तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने वर्ष 2015 में ये खुलासा किया था कि मदरसे में एक उस्ताद ने उनका यौन शोषण किया था। ये खुलासा उन्होंने केरल में मदरसों में यौन शोषण की रिपोर्ट सामने आने के बाद किया था। बता दें कि अली अकबर भारतीय जनता पार्टी की राज्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं, परंतु पार्टी नेतृत्व से कुछ असहमितियों के बाद अक्टूबर में पद छोड़ दिया था।