देश में बढ़ रहे महामारी कोरोना के मामले को देखते हुए नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक ताजा आदेश किया है। डीजीसीए ने कहा कि भारत से आने और जाने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 28 फरवरी तक निलंबित रहेंगी। नागरिक उड्डयन के महानिदेशक ने कहा कि एयर बबल समझौतों और मिशन वंदे भारत के तहत सभी उड़ानें संचालित होती रहेंगी। यह आदेश तब आया है जब दुनिया कोरोना के नवीनतम वेरिएंट ओमिक्रॉन और कोविड-19 महामारी की एक नई लहर का सामना कर रही है।
इनको मिलेगी छुट
कोविड महामारी की स्थिति को देखते हुए नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध को 28 फरवरी की मध्यरात्रि तक बढ़ा दिया है। परिपत्र के अनुसार यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय मालवहन उड़ानों पर लागू नहीं होगा। परिपत्र में यह भी साफ किया गया है कि एयर बबल अरेंजमेंट केे तहत होने वाली उड़ानों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
15 जनवरी को अंतररराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया था बैन
नवंबर 2021 में केंद्र ने 15 दिसंबर से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने का फैसला किया। ओमिक्रॉन के आने के साथ ही सरकार ने 15 जनवरी से पहले निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने के निर्णय को वापस ले लिया। देश में लॉकडाउन लागू होने से दो दिन पहले 23 मार्च, 2020 से भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन को हर महीने एयर बबल समझौतों के तहत आपातकालीन अंतरराष्ट्रीय यात्रा की अनुमति देकर बढ़ाया गया था
इन देशों की हवाई यात्रा की है अनुमति
भारत में अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बांग्लादेश, भूटान, कनाडा, इथियोपिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, इराक, जापान, कजाकिस्तान, केन्या, कुवैत, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, कतर, के साथ हवाई परिवहन बुलबुले हैं। रूस, रवांडा, सऊदी अरब, सेशेल्स, सिंगापुर, श्रीलंका, स्विटजरलैंड, तंजानिया, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और उजबेकिस्तान समझौते कुछ नियमों और शर्तों के तहत दोनों तरफ से हवाई यात्रा की अनुमति दी गई है। की।