गत तीन जून की कानपुर में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में पुलिस अलर्ट पर है। खासकर कानपुर में विशेष सवाधानी बरती जा रही है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद राज्य में पत्थरबाजी जैसी कोई हिंसक घटना न हो इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन ने पहले से तैयारी की है। कानपुर में चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। कानपुर के यतीमखाने इलाके में पुलिस ने शुक्रवार को फ्लैग मार्च किया और लोगों को भरोसा दिया कि वे सुरक्षित हैं। शहर में सीआरपीएफ की 10 एवं आरपीएफ की 3 कंपनियां तैनात की गई हैं। कानपुर में प्रसाशन ने 125 संवेदनशील जगहों की पहचान की है।
लखनऊ में धारा 144 लागू
कानपुर के अलावा राजधानी लखनऊ में भी सुरक्षा काफी चाक-चौबंद रखी गई है। जुमे की नमाज के बाद लखनऊ में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसे देखते हुए कई इलाकों में धारा 144 लगाई गई है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) के इनपुट पर प्रशासन ने कानपुर में 150 गलियों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया है। यहां पर पुलिस बल की तैनाती है।
कानपुर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने गुरुवार को दोनों समुदाय के प्रभावी लोगों के साथ बैठक की। पुलिस प्रशासन की इस मुस्तैदी से लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। पुलिस की इस सख्ती को लोग सही मान रहे हैं। पुलिस लोगों से लगातार शांति बनाए रखने की अपील कर रही है।