कर्नाटक- दलित महिला के पानी पीने पर टंकी को गोमूत्र से कराया शुद्ध, केस दर्ज

248 0

हम भले ही खुद को मॉर्डन कह लें, लेकिन सच यह है कि अभी भी भारत में अभी भी जातियों के बीच भेदभाव होता है। दलित-ब्राह्मण, ऊंची जाति-नीची जाति के बीच भेदभाव पहले से कम तो जरूर हुआ है लेकिन खत्म अभी भी नहीं। बीते दिनों राजस्थान से जातिगत भेदभाव का एक मामला सामने आया था, जिसमें दलित बच्चे द्वारा हेडमास्टर की मटकी से पानी पीने को लेकर उसकी ऐसी पिटाई की गई कि बच्चे की मौत हो गई। तब यह मामला खूब सुर्खियों में था। अब जातिगत भेदभाव का ताजा मामला कर्नाटक से सामने आया है। यहां एक दलित महिला के पानी पीने के बाद टंकी को गोमूत्र से शुद्ध कराया गया।

दरअसल कर्नाटक पुलिस ने एक दलित महिला के पानी पीने के बाद पानी की टंकी की सफाई करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के अनुसार यह घटना चामराजनगर जिले में हुई। पुलिस ने मामले में हेग्गोथारा गांव निवासी महादेवप्पा के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस कार्रवाई उसी गांव के एक दलित गिरियप्पा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद की गई। द दलित वॉइस नामक ट्विटर हैंडल से टंकी को शुद्ध करने का वीडियो ट्वीट किया गया है।

शादी समारोह में शामिल होने आई दलित युवती ने पी लिया था पानी

बताया जाता है कि 19 नवंबर को दलित युवती गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने आई थी। उसने गांव की पानी की टंकी से पानी पिया। जब वह पानी पी रही थी तो आरोपी ने उसे यह कहकर रोकने की कोशिश की कि यह ब्राह्मणों की गली है। बाद में उन्होंने और अन्य ग्रामीणों ने गोमूत्र डालकर टैंक को शुद्ध किया। बाद में टंकी से पानी निकालकर उसे शुद्ध करने का वीडियो सामने आया था।

टंकी से पानी निकालकर उसे शुद्ध करने का सामने आया था वीडियो

वीडियो वायरल होने के बाद तालुक प्रशासन के अधिकारियों ने मौके का दौरा किया, विवरण एकत्र किया और तहसीलदार को एक रिपोर्ट सौंपी। गांव के दलितों ने इस मामले की शिकायत तहसीलदार बसवाराजू से की। अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और सभी दलितों को उसी पानी की टंकी से पानी पीने की अनुमति दी और ग्रामीणों को अस्पृश्यता और भेदभाव का अभ्यास न करने की चेतावनी दी।

तहसीलदार बोले- जांच जारी, दोषियों पर होगी कार्रवाई

अधिकारियों ने समुदाय के नेताओं के साथ शांति बैठक भी की थी। इस मामले को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री वी. सोमन्ना ने घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी। बताया गया कि दलित महिला के गांव से चले जाने के बाद लिंगायत बीढ़ी समुदाय के लोगों ने टंकी के नल खोले, सारा पानी छोड़ा और उसे गोमूत्र से साफ किया।

इस मामले में चामराजनगर तहसीलदार आईई बसवराज ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से विवरण एकत्र किया है और समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक को जांच करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Spread the love

Awaz Live

Awaz Live Hindi Editorial Team members are listed below:

Related Post

यूपी निकाय चुनाव में OBC आरक्षण रद्द, हाईकोर्ट ने फौरन चुनाव कराने के दिए आदेश, सीएम योगी ने कहा- जरूरत पड़ी तो जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

Posted by - December 27, 2022 0
इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ पीठ ने मंगलवार को शहरी स्थानीय निकाय चुनावों पर राज्य सरकार की…

कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर से नहीं हटेगी पीएम मोदी की तस्वीर, कोर्ट ने ख़ारिज की अर्जी

Posted by - December 21, 2021 0
कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर लगी होने का कुछ आम लोग और राजनीतिक दलों ने विरोध किया…

तिकुनिया कांड: आशीष मिश्रा को नहीं मिली जमानत, हाई कोर्ट ने खारिज की याचिका

Posted by - July 26, 2022 0
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा मामले में आशीष मिश्रा को जमानत नहीं मिली है। ऐसे में आशीष मिश्रा…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *