पश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस ने निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। इससे पहले उनको एमहर्स्ट और नारकेलडांगा पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन नूपुर पेश नहीं हुई थीं। उन्होंने चार सप्ताह का समय यह कहते मांगा था कि अगर वह इस वक्त कोलकाता जाती हैं तो उन पर हमला हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार ( 1 जुलाई, 2022) को बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की याचिका को खारिज करते हुए कड़ी फटकार लगाई थी। शीर्ष अदलात ने कहा कि आपकी बेलगाम जबान ने पूरे देश में सांप्रदायिकता की आग भड़का दी। कोर्ट ने नूपुर से अपने बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगने के लिए भी कहा था।
बता दें, नूपुर शर्मा ने अपने विवादास्पद बयान को लेकर कई राज्यों में अपने खिलाफ दर्ज़ हुईं सभी एफआईआर की जांच को दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका में कहा था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस पर ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस को भी कोर्ट ने फटकारा है।
नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट ने की तल्ख टिप्पणी-
शीर्ष अदालत ने निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा को उनके खिलाफ दर्ज़ सभी एफआईआर को दिल्ली स्थानांतरित करने के लिए राहत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी याचिका वापस ले ली थी।
नूपुर शर्मा के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्हें अपनी जान का खतरा है, इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा है कि उन्हें खतरा है या वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई हैं? उन्होंने जिस तरह से पूरे देश में भावनाओं को भड़काया है, पूरे देश में जो हिंसक घटनाएं हो रही हैं,जो हो रहा है उसके लिए पूरी तरह से केवल और केवल वह अकेली ही महिला जिम्मेदार हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि उन्हें टीवी पर जाकर देश से माफी मांगनी चाहिए थी। सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को उनके अहंकार के लिए फटकार लगाई और कहा कि क्योंकि वह एक पार्टी की प्रवक्ता हैं और सत्ता उनके सिर पर चढ़ गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में राजस्थान के उदयपुर में हुई टेलर मर्डर के मामले को भी नूपुर शर्मा के बयान से जोड़कर देखा है। कोर्ट ने कहा कि उदयपुर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए उनका बयान ही जिम्मेदार है। जब नूपुर के वकील सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह जांच में शामिल हो रही हैं और भाग नहीं रही हैं, तो सुप्रीम कोर्ट ने कहा- वहां आपके लिए रेड कार्पेट होना चाहिए।