कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शामिल पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल सिद्धू जहां होते हैं वहां विवाद होना लाजमी है। फिर वो विरोधी हों, अपनी पार्टी के नेता हों या फिर कोई और..सिद्धू की मौजूदगी में विवाद अपने आप शुरू हो जाता है। कुछ ऐसे विवाद से जुड़ी एक और खबर सामने आई है। नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों पटियाला जेल में सजा काट रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिस बैरक में सिद्धू रहते हैं उसी बैरक के अन्य कैदियों के साथ उनका विवाद हो गया है। विवाद को बढ़ता देख जेल प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है।
नवजोत सिंह सिद्धू का अपनी बैरक में बंद अन्य कैदियों से विवाद हो गया है। विवाद के चलते जेल प्रशासन ने अब अन्य कैदियों की बैरक ही बदल दी है।
क्यों हुआ नवजोत सिंह सिद्धू बैरक के कैदियों से विवाद?
मिली जानकारी के मुताबिक, बैरक के कैदियों ने सिद्धू पर गलत बर्ताव का आरोप लगाया है। जबकि कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि, उसके साथी कैदी बिना उनकी इजाजत के ही उनकी कैंटीन कार्ड पर खरीदारी कर रहे थे।
जब उन्होंने कैदियों को ऐसा करने से रोका, कैदियों ने उनके साथ बदसलूकी की। इस बात को लेकर साथी कैदियों के साथ सिद्धू का विवाद हो गया।
सिद्धू के गर्म मिजाज को लेकर साथी कैदियों ने जेल अधिकारियों से शिकायत भी की। इसके साथ ही इन कैदियों ने अपना बैरक बदलने की मांग की, जिसे जेल अधिकारियों ने मानते हुए उन कैदियों के बैरक बदल दिए। बताया जा रहा है कि अब सिद्धू के साथ 10 नंबर बैरक में सिर्फ दो कैदी ही रह रहे हैं। जबकि तीन अन्य कैदियों को भेज दिया गया है।
इस मामले में जेल में सजा काट रहे नवजोत सिंह सिद्धू
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों पटियाला सेंट्रल जेल में सजा काट रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मई में रोड रेज के मामले में एक साल की सजा सुनाई है। सिद्धू से जुड़ा यह मामला 1988 यानी 33 साल पुराना है।
दरअसल 65 साल के गुरनाम सिंह से पार्किंग को लेकर सिद्धू की कहासुनी हो गई थी। जो बाद में मारपीट तक पहुंच गई। मारपीट में सिद्धू ने घुटना मारकर गुरनाम सिंह को गिरा दिया। घायल अवस्था में गुरनाम को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस मामले में सिद्धू के खिलाफ पंजाब के पटियाला में FIR दर्ज हुई।