भारत के सभी टॉप पहलवानों ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है. बड़ी खबर ये है कि महिला रेसलर विनेश फोगाट ने WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई ऐसे आरोप लगाए हैं जिसके बाद उनकी कुर्सी तक जा सकती है. जंतर-मंतर पर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक जैसे बड़े पहलवानों के साथ धरने पर बैठीं विनेश फोगाट ने कहा है कि उनपर WFI ने इतने जुल्म ढाए हैं कि वो अपनी जान तक लेना चाहती थीं.
विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कई लड़कियों का शारीरिक शोषण किया है. विनेश फोगाट ने कहा, ‘टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा. WFI ने मुझे मानसिक तौर पर परेशान किया. मैं हर दिन अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में सोचती थी. अगर किसी भी पहलवान के साथ कुछ होता है तो ये WFI के अध्यक्ष की जिम्मेदारी होगी.’
WFI में कोच करते हैं शारीरिक शोषण
विनेश फोगाट ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा, ‘कोच महिलाओं का शोषण करते हैं. कुछ कोच जो कि फेडरेशन के फेवरेट हैं वो महिला कोच के साथ भी बदतमीजी करते हैं. वो लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण करते हैं. अध्यक्षभ ने भी कई लड़कियों का शारीरिक शोषण किया है.’
विनेश फोगाट ने आगे कहा, ‘फेडरेशन हमारी निजी जिंदगी में भी दखल देती है. वो हमें प्रताड़ित कर रही है. जब हम ओलिंपिक में गए थे तो हमारे पास ना तो फीजियो थे और ना ही कोच. हमने जब आवाज उठाई तो हमें धमकियां दी गई.’
पीएम मोदी से मांगी मदद
धरने पर बजरंग पूनिया भी बैठे हैं और उन्होंने इस मामले में पीएम मोदी से मदद मांगी. उन्होंने फेडरेशन के मैनेजमेंट को ही बदलने की मांग की. उन्होंने इस मसले पर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी मदद मांगी.
बृजभूषण सिंह ने आरोपों को नकारा
WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों को सिरे से नकारा. उन्होंने कहा कि शारीरिक शोषण का एक भी मामला नहीं हुआ है. अगर ऐसी चीजें हुई हैं तो वो खुद को फांसी पर लटका लेंगे. उन्होंने कहा कि धरने पर बैठा कोई भी रेसलर ओलिंपिक के बाद किसी नेशनल टूर्नामेंट में खेलने नहीं उतरा.