पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद जमकर हिंसा हुई थी । मामला कलकत्ता हाईकोर्ट लेकर जाया गया..कोर्ट ने सुनवाई के बाद आदेश दिया कि सीबीआई जांच करे।जांच करते हुए सीबीआई अब तक 34 एफआईआर दर्ज कर चुकी है.
FIR में बड़ा खुलासा हुआ है। CBI की FIR में पीड़ितों ने ये आरोप लगाया है कि नतीजों के बाद हुई हिंसा में धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाया गया।लोगों के साथ मारपीट करके।हथियारों के बल पर धमका कर TMC ज्वाइन करने के लिए दबाव डाला गया और ऐसा नहीं करने पर जान से मारने के धमकी दी गई।.घरों पर बम से हमला किया गया.. टीएमसी नहीं ज्वाइन करने पर बुरी तरह पिटाई की गई।
पीड़ित अयान मंडल ने अपनी FIR में लिखा है कि। मेरे रिश्तेदार संजीत मंडल को एक मुस्लिम बहुल इलाके, हृदयपुर ले जाया गया। उन्हें इसीलिए मारा गया क्योंकि लोग जानते थे कि वो एक BJP समर्थक हैं। मेरे रिश्तेदार संजीत ने मुझे भी बचाने की कोशिश की, हमें भी पीटा गया था। पड़ोसी हमें अस्पताल लेकर गए। मेरे बड़े भाई अभी भी गंभीर हालत में हैं।
पीड़ित तुम्पा मांझी ने कहा है कि।TMC के पांच गुंडों ने मेरे घर पर लोहे के रॉड, हथियारों और बम से हमला कर दिया। ये एक प्री प्लान हमला था। उन्होंने मेरे बेटे को अगवा कर लिया। उसकी बुरी तरह पिटाई की गई जिसके बाद उसकी मौत हो गई। TMC के गुंडों ने ये धमकी दी की वो हिंदू धर्म को नष्ट कर देंगे।
वंदना खेत्रपाल ने कहा है कि मेरा बेटा कुश खेत्रपाल लंबे वक्त से BJP का कार्यकर्ता था। कनन खेत्रपाल, मोतीलाल खेत्रपाल, एसएल कुमार खेत्रपाल, दिलीप खेत्रपाल ने मेरे बेटे से कई बार TMC के लिए काम करने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि अगर वो BJP के लिए काम करोगे तो उसकी जिंदगी को नर्क बना देंगे। उन्होंने मेरे बेटे पर हमला किया। उसकी पिटाई की और TMC ज्वाइन करने के लिए दबाव डाला। पिटाई के बाद मेरे बेटे की मौत हो गई।
सीबीआई की एफआईआर में पीड़ितों ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं ।टीएमसी समर्थकों पर संगीन आरोप है।.बीजेपी समर्थकों को पीटने । हिंदू धर्म को खत्म करने की धमकी देने और टीएमसी ज्वाइन नहीं करने पर जिंदगी नर्क करने समेत कई संगीन आरोप है। इस बीच भवानीपुर में उपचुवाव होना है ।बीजेपी चुनाव बाद हिंसा का मुद्दा उठाकर ममता के खिलाफ लड़ रही है।