रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में बीते कई दिनों से लालू परिवार पर संकट के बादल मंडरा रहे थे। लेकिन राजद सुप्रीमो के परिवार पर मंडरा रहे संकट के ये बादल कुछ दिनों के टल गए है। दरअसल बुधवार को दिल्ली की अदालत ने लैंड फॉर जॉब स्कैम में लालू परिवार को बड़ी राहत देते हुए लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती सहित सभी आरोपियों को जमानत दे दी है।
मालूम हो कि इस मामले में सीबीआई ने 16 लोगों को आरोपियों बनाया था। मामले के मुख्य सूत्रधारों से बीते दिनों सीबीईआई अलग-अलग पूछताछ भी की थी। बुधवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सभी आरोपियों को पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर सभी को बेल दे दी। बताया गया कि कोर्ट रूम में सीबीआई ने बेल अर्जी का विरोध नहीं किया।
व्हील चेयर पर बैठकर कोर्ट में पेश हुए लालू-
इससे पहले बुधवार को लालू, राबड़ी देवी और मीसा भारती राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए इन सभी को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट में पेशी के दौरान लालू यादव व्हील चेयर पर बैठे नजर आए। मालूम हो लालू का स्वास्थ्य बीते काफी दिनों से खराब चल रहा है। हाल ही में उन्होंने सिंगापुर में किडनी का ऑपरेशन कराया था।
लैंड फॉर जॉब स्कैम में इन 16 लोगों को बनाया गया है आरोपी-
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने के इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, राज कुमार सिंह, मिथलेश कुमार, अजय कुमार, संजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विजय कुमार, अभिषेक कुमार, रविंद्र राय, किरण देवी, अखिलेश्वर सिंह, रामाशीष सिंह, कमल दीप मनरई (तत्कालीन सीपीओ सेंट्रल रेलवे), सौम्या राघवन (तत्कालीन जीएम सेंट्रल रेलवे) को आरोपी बनाया गया है। इन्हीं के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी।
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लिखवाने का आरोप-
लैंड फॉर जॉब स्कैम के घिरे सभी लोगों पर आरोप है कि इन सभी ने लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन ली गई थी। इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था। दरअसल यह केस 14 साल पुराना है। उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे। इस केस में बीते दिनों सीबीआई ने पटना में राबड़ी देवी तो दिल्ली में लालू यादव और उनकी बेटी मीसा भारती से पूछताछ की थी।