बिहार प्रदेश सामाजिक चेतना मंच के संयुक्त सचिव सह पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सचित कुमार, जद यू.के पूर्व महानगर महासचिव आलोक कुशवाहा, शशिभूषण पटेल, ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के कार्यकलाप पर कड़ी नाराजगी ब्यक्त की है।
तीनो सामाजिक चिंतको ने शहर मे स्थित धार्मिक स्थलों की बदहाली के लिए बोर्ड की भ्रष्टाचारी एवं षड्यंत्रकारी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है ।
उन्होंने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि बोर्ड अपने कार्यकलापों से हिंदू धार्मिक स्थलों का जितना संरक्षण कर रहा है उससे अधिक सामाजिक विद्वेष को पैदा कर.रहा है।
बोर्ड की नजर केवल और केवल उन्हीं धार्मिक स्थलों पर है जहां से कुछ प्राप्त हो सके या जिस न्यास की.व्यवस्था न्यासधारी यों द्वारा सूधारी गयी हो।जैसे ही स्थिति सूधरती है तो सूधार करनेवाले लोगों के बिरूद्ध षडयंत्र चालू कर सूनवायी कराकर मानसिक प्रताड़ना शूरु कर दी जाती है। शहर मे चर्चित न्यास बाबा मणिराम अखाढ़ा है ।उसके बारे मे अखबार द्वारा ही पता चला कि आय के कई लाख रूपये कई साल तक बैंक मे जमा ही नहीं हुए।और खर्चा दिखा दिया गया।और बोर्ड ने क्लीन चिट दे दिया।
गुफापर (पुलपर) राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी है।बोर्ड की नजरअंदाजगी के कारण ही बदहाल था।उस मुहल्ले के कुछ लोगों ने एक समिति बनाकर बिकास किया।जैसे ही आय का साधन बना ।बोर्ड ने अनुमडल पदाधिकारी को आगे कर आय पर कब्जा कर लिया और ठाकुर जी के रागभोग आदि व्यवस्था को कई महीनों तक बंद रखा।शहर मे आम चर्चा है कि बोर्ड द्वारा पोषक क्षेत्र से बाहर के लोगों की कमिटी बनायी जा रही है।उसमे भी एक जाति विशेष की।एक ऐसा मेंबर भी बनाया जा रहा है जिसके दस्तखत की कीमत मात्र 30 रुपये है।जिर्णोद्धार करने वाली समिति को नजरअंदाज कर दिया ।
विश्वस्त सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई कि यह बोर्ड अध्यक्ष को रास नहीं आया।और नक्शा का अनुमोदन नहीं देकर कुर्मी ,कोयरी,तथा यादव आदि से मुक्त कर एक जाति विशेष के लोगों की समिति बनाकर सामाजिक बिद्वेष फैलाने की कोशिश कर हैं।
ऐसी आशंका उत्पन्न हो रही है कि भाजपा मानसिकता से ग्रसित जदयू. के निष्काषित नेता के ईशारे पर सार्वजनिक न्यास मे समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व न देकर सामाजिक संतुलन को बिगाड़ कर माननीय मुख्यमंत्री जी को नालंदा जिले मे ही बदनाम करने की साजिश रचीजा रही हैं। समाज के सम्मानित लोगोंएवं पार्टी कार्यकर्ताओं का एक शिष्टमंडल धार्मिक न्यास बोर्ड के कार्यकलापों से शीघ्र ही माननीय मुख्यमंत्री जी को अवगत कराएगा।