देश भर के 20 राज्यों में करीब 56 जगहों पर ऑपरेशन मेघचक्र के तहत सीबीआई की छापेमारी जारी है। बताया जा रहा है कि सीबीआई की छापेमारी चाइल्ड पोर्नोग्राफी यानी ऑनलाइन चाइल्ड सेक्शुअल एक्स्प्लॉयटेशन मटेरियल (CSEM) से जुड़ी हुई है। सीबीआई की यह छापेमारी सिंगापुर और न्यूजीलैंड की इंटरपोल यूनिट द्वारा साझा किए गए इनपुट पर आधारित हैं।
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी को जानकारी दी गई है कि देश में कुछ ऐसे गिरोह हैं जो कि बाल यौन शोषण से जुड़े कंटेंट का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बिजनेस करते हैं। इस केस में जानकारी यह भी है कि सिंगापुर के जरिए न्यूजीलैंड इंटरपोल यूनिट ने बताया था कि भारत के कई गिरोह इस गैरकानूनी काम में शामिल हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीबीआई की छापेमारी के केंद्र में क्लाउड स्टोरेज सर्विसेज हैं, जिसका इस्तेमाल अपराधी बच्चों के साथ गैरकानूनी चाइल्ड पोर्नोग्राफी/चाइल्ड एब्यूज के ऑडियो-विजुअल कंटेंट को खरीदने-बेचने और उन्हें प्रमोट करने के लिए करते हैं। इसी के चलते इस अभियान को सीबीआई ने ‘ऑपरेशन मेघचक्र’ नाम दिया गया है।