सेना में भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी अग्निपथ योजना को लेकर छात्रों का गुस्सा फिलहाल शांत नहीं हुआ है। पूरे मसले की आंच बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी और भाजपा के चीफ संजय जयसवाल के घर तक जा पहुंची। शुक्रवार (17 जून, 2022) को बेतिया में दोनों के घर के बाहर अचानक प्रदर्शनकारियों की भीड़ जा पहुंची। आरोप है कि भीड़ ने इस दौरान दोनों के घर पर हमला किया और सभी शीशे तोड़ दिए। इस दौरान भीड़ ने जयसवाल के घर के बाहर तैनात पुलिसकर्मी को भी नुकसान पहुंचाया है। फिलहाल वह सुरक्षित है और पुलिस ने उनके घर के बाहर सुरक्षा सख्त कर दी है।
दूसरी तरफ भीड़ ने उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के बेतिया स्थित उनके निजी आवास पर उग्र प्रदर्शन किया और घर को भी काफी नुकसान पहुंचाया। परिवार का आरोप है कि भीड़ ने घर में घुसने की कोशिश की और काफी नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के लखीसराय दफ्तर में भी तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर दिया।
देवी के बेटे ने समाचार एजेंसी एएनआई को इस बाबत बताया कि बवाल के दौरान काफी नुकसान पहुंचा है, जबकि मां इस दौरान पटना में थीं। इस बीच, हाजीपुर में रेलवे स्टेशन पर हुड़दंगियों ने बवाल काटा, जिसके बाद पुलिस को हालात संभालने के लिए उन्हें तितर-बितर करना पड़ा। कुछ पुलिस वालों ने उपद्रवियों को इस बीच दौड़ा-दौड़ा पीटा और कुछ को हिसारत में भी लिया।
अग्निपथ योजना को लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में अभी उग्र प्रदर्शन देखने को मिला है। भीड़ में रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने के साथ एक ट्रेन में भी आग लगा दी। इस पूरी घटना पर बलिया की जिला अधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि पुलिस भीड़ को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने से रोकने में कामयाब रही है। नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ जल्द एक्शन लेंगे। बलिया पुलिस प्रमुख राज करण नैय्यर ने कहा कि हम प्रदर्शन करने वाले लोगों के वीडियो की जांच कर रहे हैं जल्द हम उन्हें ढूंढ कर कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि अग्नीपथ योजना को लेकर देश में पिछले तीन दिनों से छात्र जगह-जगह उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं बिहार के कई शहरों में ट्रेनों को फूंक दिया गया है। वहीं, तेलंगाना के सिकंदराबाद में भी एक ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई। इसके साथ ही हरियाणा के पलवल में प्रदर्शनकारियों के पथराव और हिंसा के बाद 24 घंटे के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवा को बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं की मांग पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि अग्नीपथ योजना को लेकर युवाओं की चिंताओं को मेरी सहानुभूति है लेकिन वास्तविकता यह है कि भारत को एक युवा सेना की जरूरत है जो कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पारंगत और अत्याधुनिक हथियारों से लैस हो। केंद्र को सेनाओं को रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं बनाना चाहिए।