सरकार के द्वारा चलाई गई नल जल योजना एक बहुत बड़ी और अच्छी योजना साबित होनी थी लेकिन लाखोचक के वार्ड संख्या चार में पीएचडी विभाग के द्वारा नल जल का कार्य करने के बाद यह विफल हो गया और सरकार के द्वारा चलाई गई नल जल की योजना फेल साबित हो गई।
यहां की महिला, पुरुष, वार्ड मेंबर आदि ने इसको लेकर विरोध जताया है। विकास पासवान, शिक्षक दिनेश कुमार,रामसखी देवी, वार्ड मेम्बर पुरुषोत्तम कुमार आदि ने कहा कि नल जल योजना का जब से यहां काम हुआ है तब से इस नल जल योजना से किसी को लाभ ही नहीं पहुंचा है। इस नल जल से एक भी माह पानी नहीं मिल पाया है, इसको लेकर अधिकारी क्यों नहीं आते यह हम नहीं जानते, लेकिन हमने कई बार इस बात को लेकर शिकायत भी की परंतु शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं होती है।
वार्ड मेंबर संग अन्य लोगों ने बताया कि नल जल के कार्य की देखरेख करने वाले बबलू कुमार इस नल जल का उपयोग अपने खेतों में पटवन के लिए करते हैं जब नल जल सुचारू ना होने की शिकायत उनसे की गई तो उन्होंने साफ कहा कि हमें पेमेंट नहीं मिलता है इसलिए मैं इस पर कोई एक्शन नहीं लूंगा। यहां की महिलाओं ने कहा कि मैं पानी के लिए किसी दूसरे के घर अथवा किसी दूसरे के नल पर जाती हूं तो वह लोग भी हमें दुत्कार कर कहते हैं कि तुम लोगों को नल जल तो है ही फिर यहां पानी के लिए क्यों आती हो हम लोगों को कोई भी पानी देने से इंकार कर देता है।
कुछ लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि एसटीएससी की जातीय भावना को देखकर यहां यह नल जल का काम नहीं किया जा रहा है क्योंकि वार्ड नंबर 4 में और अधिकांश इसी वार्ड में और इसी क्षेत्र में हमलोग ज्यादा की संख्या में है और इसकी सुविधा नहीं मिल रही है। आज सरकार का सारा काम कागजों पर चल रहा है सरकार का अपने अधिकारियों पर कोई लगाम नहीं है। आप खुद ब खुद इस बात को देखकर समझ सकते हैं कि काम किस प्रकार से हुआ अथवा किस प्रकार से काम यूं ही पड़ा हुआ है। नल जल की तो छोड़ दीजिए नाली की भी सुविधा नहीं है यहां।