देशभर में मंहगाई तेजी से बढ़ रही है और इससे लोग परेशान भी हैं क्योंकि लोगों के बजट पर असर पड़ा है। पेट्रोल, डीजल, सीएनजी, एलपीजी के दाम बढ़ने के बाद सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगें हैं। नीबू जो कभी 50 रुपए किलो बिकता था, आज 300 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। सब्जियों के साथ – साथ फलों के दाम भी बढ़ रहें हैं। सरकार की ओर से मंहगाई का सबसे बड़ा कारण रूस-यूक्रेन युद्ध बताया जा रहा है, क्योंकि इसके कारण पेट्रोल – डीजल के दामों पर असर पड़ा है।
एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के एक ग्राहक ने बताया कि,”अभी तो गर्मी शुरू ही हुई है कि नींबू का दाम 200 रुपये किलो हो गया है। पहले मैं नींबू 50 रुपये किलो लेता था। पेट्रोल-डीज़ल के दाम रोज़ बढ़ रहे हैं जिससे बहुत दिक्कतें हो रही हैं।” कई शहरों में नींबू 300 रुपए किलो भी बिक रहा है। सिर्फ नींबू ही नहीं बल्कि सब्जी के साथ मुफ्त में मिलने वाली धनिया-मिर्च के दाम भी प्रति किलो 100 रुपए के पार जा चुके हैं।
क्यों बढ़े नींबू के दाम: मार्च महीने में नींबू 50-60 रुपए किलो बिक रहा था लेकीन अभी नींबू के रेट 300 रुपए प्रति किलो है। आंध्र प्रदेश, गुजरात और तेलंगाना में बड़ी संख्या में नींबू की पैदावार होती है और यहां पर तूफान आने के कारण नींबू की फसल नष्ट हो गई, जिससे नींबू की पैदावार में कमी हुई और इस कारण नींबू के दाम बढ़े। वहीं कोरोना काल में नींबू की सही कीमत ना मिलना और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से भी नींबू के दाम बढ़े हैं।
वर्तमान में एक पीस नींबू के दाम 10 रुपए से अधिक है और कई राज्यों में इसकी कीमत 20 रुपए से भी अधिक है। 1 किलो के रेट में आपको 2 लीटर तेल मिल जाएंगे जबकि 4 किलो से अधिक अंगूर मिल जाएंगे। हैदराबाद में पहले ठोक में नींबू के दाम करीब 700 रुपए थे जो अब 3500 रुपए तक पहुंच गए हैं।
बता दें कि 21 मार्च से ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है, जिसकी वजह से अब इसका असर खाने के बिल पर भी पड़ रहा है। पिछले 18 दिनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में 10 रुपए से अधिक की बढ़ोतरी हुई है जबकि 5 रुपए से अधिक सीएनजी के दाम भी बढ़ चुके हैं। सरकार ने बढ़ती महंगाई के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को जिम्मेदार ठहराया है।