राम कुमार पाण्डेय
कतरास। विभागीय उदासीनता के कारण स्वामी विवेकानंद पेंशन योजन का मासिक भुगतान के लिए कभी बैंक तो कभी प्रखंड कार्यालय का चक्का लगा कर थक चूकी 26 वर्षीय दिव्यांग ममता ।बाघमारा प्रखंड झीझीपहाडी पंचायत के ममता कुमारी शरीर से अस्सी प्रतिशत दिव्यांग है दिव्यता प्रमाण पत्र से उसे करीब दस वर्षों से स्वामी विवेकानंद पेंशन योजना का लाभ मिलता था लेकिन अचानक छः माह से उसके खाते में पैसा नहीं पहुंच रहा है।
अपने पेंशन भुक्तान के लिए ममता दुसरे के सहारे कभी बैंक का चक्का लगाती तो कभी प्रखंड कार्यालय का इसके बावजूद भी उसे पेंशन नहीं मिल रही है जिससे वह काफी हताश परेशान हैं। ममता का केवल दिव्यांगता मजबूरी नहीं बल्कि उसे सहारा देने वाला भी कोई नहीं है बरसों पहले ममता के सर से पिता का साया उठ गया।
कुछ वर्षो तक बुड्ढी मां ने सहारा दिया लेकिन अब बुड्ढी मां भी पैरालाइसिस का शिकार हो गई है जिससे वह चल फिर नहीं पाती और बेड पर लेटी रहती है। ममता अपने पेंशन से अपनी मां का दवा खरिदती थी और उसी से घर का खर्च भी चलती थी।ममता बताती है कि हमारा कोई सहारा नहीं है पेंशन ही मेरा मात्र एक सहारा था लेकिन अब वह भी बंद हो गया है बैंक जाने पर प्रखंड जाने को कहा जाता है और प्रखंड से बैंक जाने की बात बताई जाती है।
अपनी दुखड़ा सुनाकर सिसक सिसक कर रोने लगी ममता
आवाज लाइव संवाददाता राम पाण्डेय से बातचीत के दौरान ममता ने बताया कि हमारी देख भाल करने वाली मेरी मां भी बहुत बीमार है। पेंशन के पैसे से घर की खर्ची व मां का दवा किसी तरह जुगाड करते थे लेकिन अब पेंशन बंद होने से ना तो हम दो वक़्त ख़ा पा रहे और नाही मेरी मां अब हम दोनों दूसरे के रहमो करम पर जिंदा है ऐसा लगता है कि हम मां बेटी दोनों भूखे मर जाएंगे। इतना कहते ही ममता की आंखें डबडबा गई। ओर सिसकती जुबान से कहा साहब किसी तरह मेरा पेंशन शुरू कर दिजिए।
अवश्य मिलेगा पेंशन का लाभ
बाघमारा प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार प्रजापति ने कहा कि हमें जानकारी नहीं दी गई है पेंशनधारी को आधार सेंटर जाकर आधार कार्ड अपडेट करवा कर बैंक खाते से लिंक करवाने पर अवश्य पेंशन का लाभ मिलेगा।