धनबाद। झारखण्ड उर्जा विकास निगम लिमिटेड प्रबंधन के वादा खिलाफी के विरूद्ध झारखण्ड राज्य बिजली कामगार यूनियन के आह्वान पर विद्युत कर्मियों ने धनवाद प्रमण्डल प्रागंण में प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रदेश महामंत्री राम कृष्णा सिंह ने कहा कि लिखित समझौता वार्ता में यह तय हुआ था कि दुर्गा पूजा के पहले बकाया ओवरटाईम का भुगतान कर दिया जायेगा। कही-कही किया गया कि लेकिन धनबाद अंचल को इसमे छोड़ दिया गया जबकि धनबाद अंचल से 30 करोड़ राजस्व दिया जाता है कुल मिलाकर घनबाद एरिया बोर्ड से 47 करोड़ राजस्व भेजा जाता है जिसके बावजूद उपेक्षा की जा रही है।
निगम प्रबंधन से बात करने पर बताया जा रहा है कि भेज रहें है। यह तय था कि 6 प्रतिशत विशेष उर्जा भत्ता दिया जायेगा, स्थानान्तरित कर्मियों की वापसी की जायेगी नहीं किया गया जबकि नये 67 कर्मियों की बदली की गई पदोन्नति बन्द है। स्नातक उत्तीर्ण कर्मियों को लिपिक नहीं बना कर खलासी का काम लिया जा रहा है। एक-एक अभियंता त्तीन-तीन जगह का काम संभाल रहें है, लेकिन डिग्री डिप्लोमा उत्तीर्ण कर्मियों को नियुक्ति नहीं की जा रही है।
वादा कर के भी प्रिपेड़ मिटर नहीं लगाया जा रहा है, इसका सीधा असर राजस्व पर पड़ रहा है। इस तरह समझौता का उल्लघंन कर युनियन को धोखा दिया जा रहा है और मजदूरों का शोषण किया जा रहा है जिससे मजदूर बर्दाश नहीं करेगें। मांगो की पूर्ति के लिए आज से पूरे झारखण्ड में आंदोलन का शंखनाद किया गया इसके बावजूद भी अगर मांगों की पूर्ति नहीं की गई तो धनबाद में जनवरी में होने वाले राज्य स्तरीय समेललन में आर पार की लड़ाई का निर्णय लिया जायेगा।