धनबाद। गुजरात के राजकोट में ब्रेजा टाइल्स कंपनी मोरगी में बंधक बने बोकारो और धनबाद के 13 मजदूरों को झारखण्ड सरकार की पहल से सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। सभी मजदूर आज सुबह मुंबई मेल एक्सप्रेस ट्रेन से धनबाद पहुँच गए। सभी बोकारो जिला के गोरमारा एवं धनबाद के रहनेवाले है। मजदूरों की सकुशल वापसी में समाजसेवी अंकित राजगढ़िया की भी भूमिका अहम है।
रेस्क्यू किये गये मजदूरों में गोरमारा के #लीलू सिंह नामक मजदूर ने बताया उपरोक्त मार्बल फैक्ट्री में जबरन काम लिया जा रहा था। छुट्टी और वेतन की मांग करने पर मारा पीटा जाता था। घर वापसी के लिए उल्टे 25 हजार रु देने का भी दबाव बनाया जा रहा था।
उन्होंने बताया मनोज और राजू नामक व्यक्ति द्वारा 15 -15 हजार रु कंपनी से वेतन दिलाने का झांसा देकर पिछले माह 30 सितंबर को राजकोट में ब्रेजा टाइल्स कंपनी में लेकर गया। वहाँ सभी को बंधक बना लिया गया। जबरन काम लिया जाने लगा। मनोज और राजू फैक्ट्री के सुपर वाइजर से मिलकर सभी 13 मजदूरों को प्रताड़ित किया जाता था।
अंकित राजगढ़िया ने बताया उन्हें कुछ लोगों के माध्यम से 13 मजदूरों के राजकोट में एक मार्बल फैक्ट्री में फंसे होने की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने तत्काल मंत्री चंपई सोरेन को ट्वीट कर मामले से अवगत कराया। इस ट्वीट पर चंपई सोरेन एवं श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने स्वतः संज्ञान लिया। जिसके बाद बोकारो जिला के प्रशासन को मजदूरों की रेस्क्यू करने के निर्देश दिये गये।
निर्देश के आलोक में मजदूरों की सकुशल वापसी की परिक्रिया प्रारंभ हुई। राजकोट प्रशासन के सहयोग से सभी मजदूरों को रेस्क्यू कर फैक्ट्री से निकाल लिया गया। अंकित ने बताया एक तरफ सरकार प्रशासन की यह पहल सरहानीय तो है पर वही मजदूरों के राजकोट से धनबाद आनेतक की कोई व्यवस्था नही किया जाना दुर्भाग्य है। मजदूरों के पास ट्रेन का किराया नही था।
सफर के दौरान टीटीई ने मजदूरों को पकड़ा। मजदूरों ने फोन पर टीटीई से बात कराई जिसके बाद टीटीई से अनुरोध किया गया जिसके बाद मजदूर धनबाद पहुँच सके। धनबाद आने के बाद मजदूरो को अपने घर जाने के लिए पैसे नही थे। अंकित राजगढ़िया ने सांसद पीएन सिंह एवं विधायक राज सिन्हा से मिलकर मजदूरों की परेशानी बताई। जनप्रतिनिधियों की तरफ से मजदूरों को सहायता राशि प्रदान हुई जिसके बाद सभी मजदूर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।