लोयाबाद : लोयाबाद ,सिजुआ एवं आसपास क्षेत्र की सारी दुकाने खुली थी।लेकिन ग्राहक एक भी नही था।बात कुछ और नही ये बगाल के खाडी से उठा साइक्लोन का ही असर था।तमाम दुकानदार दिन भर मक्खियां मारते रहे।
वही दुसरी तरफ चाय और पान की दुकानो पर साइक्लोन का कोई असर नही डाला।बल्कि इस असर से एक प्याली चाय की जगह दो प्याली चाय पी गये।
चाय की चुस्की और मुंह मे पान भरे लोग साइक्लोन बारिश का नजारा निहारते रहे। चाय पान कि दुकानो को छोड़कर सभी दुकानदार मायुस थे।
जुते चप्पल की दुकान वाले शमीम खान,स्टेशनरी की दुकान वाले राजेश वर्णवाल एवं पम्मी ज्वेलर्स आदि इलेक्ट्रोनिक्स दुकान मुरली वर्मा व राशन दुकानदार रविन्द्र वर्णवाल ने कहा कि इस साल की वारिश अब ज्यादा हो गया।हमे ना घर मे चैन हैं ना दुकान मे,घर मे जरूरते परेशान करती है और यहां एक भी खरीदार नही।
उन्होंने बताया दो साल से कोरोना वायरस बाजार की हालत बर्बाद कर दिया और अव वारिश भी सताने मे कोई कसर नही छोड़ रहा है,लेकिन पान चाय वाले का मस्ती भरा दौर रहा। लॉकडाउन हो या बरसात इनकी चाय कम की जगह और बिक्री बढ़ गयी,चुंकि इन दोनो समय जब जब वक्त ठहरा लोग पान एवं चाय की चुस्कियां लेकर ही बुरे दौर का चर्चा करते नजर आये।