झरिया : पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उठा साइक्लोन असर झरिया कोयलांचल में बुधवार को दिखा. अहले सुबह से हुई झमाझम बारिस से झरिया में बाढ की नजारा रहा.
वही अग्नि प्रभावित व भू-ध्सान क्षेत्र में गैस व धुंआ से लोग परेशान है. कई जगहों पर मिट्टी का घर में रहने वाले परिवार पर खतरा मंडराने लगा. मूसलाधार बारिश ने खोली झरिया में सफाई को पोल. वर्षा से झरिया के धर्मशाला रोड, टेलिफोन एक्सचेंज रोड, मानबाद रोड, शिवमंदिर रोड, हेटलीबांध, शाह नगर, भालगढा में सड़क पर पानी भर जाने से घंटों जनजीवन अस्तव्यस्त रहा. राहगिर व ट्यूशन पढने आने वाले छात्र परेशान रहे.
वही अग्नि प्रभावित व भूधंसान क्षेत्र लिलोरीपथरा, कुजामा ,न्यू कर्नाली हाल्ट, कुकुरतोपा भूइंया बस्ती, बस्ताकोला सात नवंबर बस्ती के आसपास गैस का रिसाव से लोग परेशान है.
भू- धंसान क्षेत्र से सेट लिलोरी पथरा निवासी पवन राउत व परिजनों ने कहा कि हमेशा जमीन धंसने की आशंका से भयभीत रहते है, दिन रात हर पल मौत का डर लगा रहता है, जल्द ही जिला प्रशासन हमलोगों को सुरक्षित स्थान भेजे। बरसात में तो और खतरा होने की संभावना है,वहीं दूसरी ओर तेज बारिश से शहर का धर्मशाला रोड पानी में डूब गया. लगभग एक घंटा तक रोड में छोटे वाहनों का चलना बाधित हो गया. कई दुकानों की सीढि़यों तक भी बारिश का पानी पहुंच गया. रोड के किनारे नालियों के जाम होने से पानी सड़क पर बहने लगा.
निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुली
मालूम हो कि यहां की नालियों की सफाई नियमित नहीं होने के कारण तेज बारिश के बाद हमेशा ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. अधिकतर दुकानदारों ने नालियों का अतिक्रमण कर लिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम व माडा के लोगों की मिलीभगत से पूर्व में शहर के विभिन्न मोहल्लों में नालियों का अतिक्रमण किए जाने से बारिश के समय रोड के पानी में डूबने की स्थिति बन जाती है। इससे लोगों को काफी परेशानी होती है.
झरिया मातृ सदन, कई दुकान में घुसा नाली का पानी
बुधवार को तेज बरसात होने से नाला जाम हो गया. धर्मशाला शाला रोड स्थित एक दर्जन दुकानों व मात्री सदन अस्पताल के गेट तक नाली का पानी पहुच गया.
कई क्षेत्र का आता है पानी: उपर राजवाडी, निचे राजवाडी, बोरापट्टी, मानबाद, हेटलीबांध, पार्क रोड सहित क ई क्षेत्रों का बरसात का पानी घर्मशाला रोड आता है. जोकि चार नबंर मोड़ होते सबजी बगान की ओर जाता है.
अतिक्रमण बना समस्या: पानी निकासी को लेकर बने नाला पर पास के दुकानदार व रहने वाले लोगों द्वारा अतिक्रमण करने से पानी निकासी में समस्या बना हुआ है. वही चार नबंर मोड से सब्जी बगाने जाने वाले नाला को अतिक्रमण कर दर्जनों लोगों ने आवास बना लिया है. जिस कारण जल जमाव बना हुआ रहता है.