धनबाद। दीन दयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई – एनयूएलएम) के अंतर्गत नगरीय प्रशासन निदेशालय नगर विकास एवं आवास विभाग झारखण्ड सरकार के सौजन्य से सोमवार को नगर निगम अंतर्गत दो अंचल धनबाद और कतरास में स्ट्रीट फूड वेंडर्स के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
धनबाद अंचल में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बाबुडीह विवाह भवन में दी जा रही है।प्रशिक्षण में वेंडरों को स्वच्छता , गुणवत्ता साथ ही विक्रय से संबंधित मूलभूत तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। अलग -अलग अंचलों में इस माह के 30 तारीख तक यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा।
नगर निगम में 1900 वेंडर पंजीकृत है। विवाह भवन में प्रथम दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 56 वेंडर उपस्थित हुए।
एफएसएसएआई की ट्रेनिंग पार्टनर फूड सेफ्टी अवेरनेस एंड ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन
(एफएसएटीओ) के ट्रेनिंग हेड महेश प्रजापति गुजरात से प्रशिक्षण देने पहुँचे है।
उन्होंने बताया खाद्य सुरक्षा क्या है इसके बारे में इन्हें बतलाना है। ऐसे दो प्रकार के लोग समाज मे है एक वे जिन्हें जानकारी नही है इसलिए वे गलती करते है और एक वे है जिन्हें पता होते हुए भी गलती करते है। जिन्हें जानकारी नही है और वे जानकारी लेना चाहते है उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
फूड के व्यापार के दौरान खुद की स्वच्छता , दुकान के आसपास की स्वच्छता कैसे रखनी है क्या क्या तरीके हो सकते है। भोजन के नुकसान के क्या कारण होते है। कुल 21 तरह की जानकारी साझा की। उन्होंने अपने इस प्रशिक्षण में जोर देते हुए कहा कि तांबा या एल्मुनियम के बर्तन का इस्तेमाल बिल्कुल नही किया जाना चाहिए। बर्तनों में स्टेनलेस स्टील बर्तन ही उपयोग में लाना है।
स्वच्छता के साथ फूड तैयार करना उन्हें बेचने के परिक्रिया के तहत एप्रोन , ग्लब्स ,, कैप आदि का इस्तेमाल करना आवश्यक है।
उन्होंने आगे बताया वर्तमान में देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में स्ट्रीट फूड वेंडरों को भी इस महामारी से बचाव के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। चुकी वेंडर के पास रोजाना सैकड़ो लोग आते है ऐसे में उनकी खुद की सुरक्षा और दूसरों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखना है और इसके लिए हाथ दस्ताना , मास्क , दो गज की दूरी आदि चीजों को अम्ल में लाने की जरूरत है।
उन्होंने आगे बताया दो दिन के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन मंगलवार को फूड वेंडरों के साथ जोमेटो के अधिकारी रहेंगे। फूड वेंडर अपने उत्पाद को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी रखकर अपने व्यापार को और आगे बढ़ा सके इसके लिए यह प्रशिक्षण प्रोग्राम होगा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी नगर निगम के कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन ( सीआरपी) आरजू , फरहीन और रूही ने बताया प्रशिक्षण में भाग लेने वाले वेंडर्स को एप्रोन , ग्लब्स ,कैप , सैनिटाइजर , मास्क आदि वितरण किया गया है।
प्रशिक्षण के अंतिम दिन मंगलवार को वेंडरों को सर्टिफिकेट एवं क्षतिपूर्ति राशि 500 रु दी जाएगी। राशि उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाएगी।