रांची : झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मीयों ने झारखंड सरकार के सचिवालय में सोमवार को ताला जड़ दिया है। प्रदर्शनकारियों अपनी सेवा समायोजित करने की मांग कर रहे हैं। इनका आरोप है कि CM हेमंत सोरेन ने चुनाव के समय वादा किया था कि सभी अनुबंध कर्मियों को नियमित किया जाएगा। अब दो साल बीता जाने के बाद वे अपने वादे से मुकर रहे हैं। सचिवालय के दोनों गेट पर ताला लगने से झारखंड सरकार के 10 विभाग के लगभग 1500 कर्मचारी यहां बंधक बन गए हैं। कई विभाग के सचिव स्तर के अधिकारी अंदर फंसे हैं। हालांकि किसी विभाग के मंत्री सोमवार को दफ्तर नहीं पहुंचे थे।
नेपाल हाउस में स्वास्थ्य विभाग के अलावा, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता, योजना, उद्योग, खान , उच्च शिक्षा, वन पर्यावरण, पेयजल स्वच्छता, जल संसाधन और श्रम विभाग के अलावा डेवलेपमेंट कमिश्नर का भी दफ्तर है।पूर्व नियोजित प्रदर्शन कार्यक्रम के तहत राज्य भर से सैकड़ों की संख्या में पारा चिकित्साकर्मी अपनी मांगों को लेकर यहां स्वास्थ्य विभाग के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे हैं।
विवाद के बढ़ने की स्थिति को देखते हुए धरनास्थ्ल पर पुलिस बल की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। पुलिस गेट को खोलने की मांग कर रहे हैं लेकिन ये लोग वहां से हटने के लिए फिलहाल तैयार नहीं हैं।
इनकी मुख्य मांगो में वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संभागों में अनुबंध पर कार्यरत सभी पारा मेडिकल कर्मियों की नियुक्ति नियमित करने, .नियमित नियुक्ति होने तक समान कार्य, समान वेतन तथा 60 वर्षों तक सेवा गारंटी देने, एनएचएम अंर्तगत कार्यरत पारा चिकित्सा कर्मियों की वेतन विसंगति को दूर कर एक समान मानदेय देने, अनुबंध पर कार्यरत पारा चिकित्सा कर्मियों का झारखंड पारा मेडिकल काउंसिल से निबंधन करवाये जाने की मांग शामिल है.