धनबाद। पांच – पांच पुत्रो के होते हुए भी बुजुर्ग दंपति को अपने ही घर में आश्रय नही मिला। ऐसी परिस्थिति में लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम इनका नया ठिकाना बना।
झरिया सब्जी पट्टी के रहनेवाले 85 वर्षीय बद्री प्रसाद केशरी एवं उनकी पत्नी 79 वर्षीय मंजू श्री केशरी दोनों की आश्रम में अच्छे से देखभाल हो रही है।
दोनों के बीच एक दूसरे के प्रति प्यार और स्नेह को देखकर आश्रम में ये पति – पत्नी लैला मजनू के नाम से भी पुकारे जाते है। आज भी दोनो एक साथ ही एक ही थाली में खाना खाते है। आश्रम में एक साथ ही रहते है। कभी भी एक दूसरे से अलग नही रहते।
आश्रम की व्यवस्था से ये दोनों पूरी तरह से संतुष्ट जरूर है पर अपनो के दिये दर्द को याद करके इनकी बूढ़ी आंखे नम पड़ जाती है।
आसन डाबर कैदिया रोड में अवस्थित अपना घर लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम में यह बुजुर्ग दंपति दो माह पूर्व ही आश्रय लिया है। मंजू श्री केशरी श्री केशरी की दूसरी पत्नी हैं। 20 से 25 वर्ष पूर्व पहली पत्नी के देहांत के बाद दोनो ने शादी की थी। लंबे समय तक दोनों अलकडीहा में भाड़े का मकान लेकर रहे।
बद्री प्रसाद कहते है उनकी पत्नी ही उनके लिए सबकुछ है। पत्नी के लिए हर त्याग करेंगे। अपने साथ आश्रम में रह रहे उन सभी बुजुर्गों के अच्छे से देखभाल किये जाने को लेकर इन्होंने आश्रम के सदस्यों का आभार जताया है।