पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को अरेस्ट करने की सारी कोशिशें बेकार साबित हुईं। इमरान के समर्थकों ने पुलिस को करारा जवाब दिया। उनके समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद लाहौर के जमान पार्क इलाके में किसी जंग के मैदान जैसा मंजर दिखा। सड़कों पर आंसू गैस के गोले, जले हुए टायर और वाहन का मलबा बिखरा पड़ा नजर आ रहा है। इस झड़प में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।एक खबर के मुताबिक पुलिस ने टीयर गैस के गोले इमरान के घर में फेंके तो पूर्व पीएम मॉस्क पहनकर बाहर निकले। वो लोगों से बात करते दिखे। उधर लाहौर की एक कोर्ट ने पुलिस और इमरान खान के समर्थकों के बीच लड़ाई जैसे हालात देखकर आदेश दिया कि उनको गिरफ्तार न किया जाए।
पाकिस्तान पुलिस तोशाखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद बख्तरबंद वाहनों के साथ उनके लाहौर स्थित घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। इमरान ने बुधवार को ट्वीट किया कि गिरफ्तारी’ का दावा महज नाटक है, क्योंकि असली मंशा तो अपहरण और हत्या करने की है। आंसू गैस और पानी की बौछारों के बाद उन्होंने गोलियां चलाईं। मैंने पिछली शाम एक मुचलके पर दस्तखत किया, लेकिन पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) ने इसे मानने से इनकार कर दिया। उनकी मंशा दुर्भावना भरी है, इसमें कोई संदेह नहीं है।
तोशाखाना मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए उनके आवास पहुंची पुलिस ने वहां जमा प्रदर्शनकारियों को पीछे खदेड़ा। हालात बिगड़ने का अंदेशा होने पर खान सहित पीटीआई के विभिन्न नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जमान पार्क में जुटने की अपील की, जहां उन्होंने मानव ढाल का काम किया। लोग इमरान खान के आवास और पुलिस के बीच खड़े हो गए। पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा और पीटीआई कार्यकर्ता वहीं डटे रहे।
इमरान खान ने कहा कि कल सुबह से हमारे कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को आंसू गैस, रासायनिक पानी की बौछारों, रबर की गोलियों और पुलिस की गोलियों के हमले का सामना करना पड़ रहा है। अब यहां ‘रेंजर्स’ हैं और उनके साथ लोगों का सीधा टकराव होगा। उन्होंने कहा कि तटस्थ होने का दावा करने वाले प्रशासन से मेरा सवाल है कि क्या यही आपकी तटस्थता है। रेंजर्स का सीधे-सीधे निहत्थे प्रदर्शनकारियों और सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेतृत्व से सामना हो रहा है, क्योंकि उनके नेता के खिलाफ एक अवैध वारंट जारी किया गया है।