पलामू – पलामू के युवा शक्ति कहे जाने वाले डालटेनगंज के कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिट्टू पाठक मजदूर संगठन इंटक की सदस्यता ग्रहण की। दिल्ली स्थित श्रमिक भवन, भाई वीर सिंह मार्ग में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर जी संजीवा रेड्डी, राष्ट्रीय महामंत्री संजय सिंह , प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडे, महामंत्री वीरेंद्र चौबे , यूथ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गाबा के समक्ष इंटक की सदस्यता ग्रहण की।
झारखंड यूथ के प्रदेश अध्यक्ष कुमार रवि चौबे के नेतृत्व में और अथक प्रयास से पलामू कमिश्नरी के उभरते हुए राजनीतिज्ञ श्री जयेश बिट्टू पाठक इंटक में रेड्डी जी के समक्ष शामिल हुए।
राष्ट्रीय महामंत्री संजय सिंह ने बिट्टू पाठक का स्वागत करते हुए कहा कि सिर्फ पलामू प्रमंडल ही नहीं झारखंड मे भी संगठन मजबूती की ओर तेज रफ्तार पकड़ेगा और पाठक जी के आने से इंटक निश्चित तौर पर पलामू कमिश्नरी में नई उर्जा का संचालन होगा।
साथ ही उन्होंने झारखंड यूथ इंटक रवि चौबे का धन्यवाद दिया और कहा की रवि के कमान संभालने के बाद दिन प्रतिदिन नई कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और संगठन तेज रफ्तार के साथ अग्रसर हो रहा है झारखंड यूथ इंटक सिर्फ पूरे देश में एक मिसाल के तौर पर उजागर हो रहा है और जिस ईमानदारी के साथ झारखंड की टीम काम कर रही है उसमें बिट्टू पाठक जैसे ऊर्जावान व्यक्तित्व का आना नए संचार और शक्ति का काम करेगी।
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडे जी ने बिट्टू पाठक का स्वागत करते हुए कहा कि बिट्टू के आने से इंटक को ताकत प्रदान होगा उन्होंने संकेत दिया कि बिट्टू पाठक को प्रदेश इकाई में एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
बिट्टू पाठक ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए पूरी तत्परता और मेहनत के साथ कार्य करने का वचन देते हुए तमाम वरिष्ठ अभिभावकों के विशवास को कायम रखने की बात कही. उन्होंने कहा एक सच्चे सिपाही और सेवक बनकर इंटक में कार्य करूंगा ।
उन्होंने कहा कि मैं जिस जगह से आता हूं वहां पर चंद्रशेखर दुबे और श्री के.एन त्रिपाठी ने लोगों को सिर्फ दिग्भ्रमित और ठगने का काम किया है । जहां मेरी पहली प्राथमिकता वहां के श्रमिकों और आम जन को सच्चाई से रूबरू कराने का काम होगा।
मौके पर झारखंड के वरिष्ठ नेता विजय खान, बंगाल इंटक अध्यक्ष, पाकी से मिथिलेश सिंह, यूथ संगठन सचिव सतीश बटुक मिश्रा, दिल्ली यूथ अध्यक्ष रवि नागर, नाल्को के नेता निर्मल श्यामल, उड़ीसा यूथ अध्यक्ष विष्णु रथ आदि दिल्ली कार्यालय में शामिल हुए।