झारखंड के दुमका में एक सिरफिरे ने एक लड़की को ज़िंदा जला दिया। शाहरुख नामक एक युवक ने एकतरफा प्यार में असफल होने पर 12वीं छात्रा रही अंकिता सिंह को जिंदा जलाकर मार दिया। अंकिता ने मौत से पहले बयान दिया था। अंकिता ने अपने बयान के दौरान अपील की है की उसकी वजह से आज मैं जिस तरह से मर रही हूं, उसके साथ भी ऐसा ही होना चाहिए। उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वहीं, दूसरी तरफ अकिंता के मरने के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 लागू कर दिया है।
मृत्यु से पहले अंकिता ने की अपील, आरोपी को मिले कड़ी से कड़ी सजा
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि घटना में 90 फीसदी झुलसी युवती को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गई। मुंह छोड़कर पूरा शरीर जल चुका था। मौत से पहले युवती ने अपना बयान दिया था, जिसे पीड़िता का मृत्यु पूर्व अंतिम बयान मान लिया गया है। अंकिता ने कहा, “मैं रूम में अकेली सो रही थी, कि सुबह 4 बजे के करीब वह खिड़की से पेट्रोल फेंककर आग जलाकर भाग गया। शाहरुख के साथ छोटू भी था, मैंने खिड़की में से देखा था।” अंकिता ने आखिर में कहा, “उसकी वजह से आज मैं जिस तरह से मर रही हूं, उसके साथ भी ऐसा ही होना चाहिए, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
अंकिता से प्रेम संबंध रखना चाहता था आरोपी
पुलिस ने बताया कि आरोपी पिछले कुछ समय से अंकिता को परेशान कर रहा था। वह अंकिता से दोस्ती करके प्रेम संबंध रखना चाहता था। अंकिता इसके लिए राजी नहीं हुई तो आरोपी ने धमकी दी थी, “अगर मेरा कहा नहीं मानेगी तो तुम्हें मार डालूँगा।” आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अंकिता के परिवारवालों ने फांसी की सजा की मांग की है। परिजनों ने कहा, “अंकिता टीचर बनना चाहती थी लेकिन उसके सपनों को शाहरुख़ चकना चूर कर दिया। उसे प्रशासन फांसी की सजा दिलाए।”
घटना को लेकर फांसी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी
इस घटना के विरोध में इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और फांसी की मांग की है। प्रदर्शन बढ़ता देख दुमका में धारा 144 लागू कर दी गई है। घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए झारखंड के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही दुमका के एसपी को भी चिट्ठी लिखकर इस मामले में की गई है कार्रवाई का 7 दिनों के भीतर ब्योरा देने को कहा है।