भीषण गर्मी और हीट वेव के कारण झारखंड की लोह नगरी जमशेदपुर जिला के मुसाबनी स्थित सीआरपीएफ के जोनल ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त करने आए सीआरपीएफ 133 बटालियन मणिपुर के 44 वर्षीय जवान प्रेम कुमार सिंह और सीआरपीएफ 7 बटालियन गिरिडीह के 45 वर्षीय जवान शंभू राम गौड़ की ट्रेनिंग के दौरान हीट वेव की चपेट में आने के कारण मौत हो गई. हीटवेव और भीषण गर्मी के कारण जमशेदपुर सहित कई अन्य जिलों का तापमान लगभग 45 डिग्री तक पहुंच गया है.
बता दें कि मुसाबनी स्थित सीआरपीएफ के जोनल ट्रेनिंग सेंटर में दोनों जवान प्रशिक्षण ले रहे थे. इसी दौरान लू की चपेट में आने के कारण दोनों जवान को सीने में दर्द होने लगा. जिसके बाद गुरुवार को आदित्यपुर स्थित मेडिटीना अस्पताल में दोनों को भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. ट्रेनिंग के दौरान 2 सीआरपीएफ जवानों की मौत से जिला प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया है. हालांकि अब तक आधिकारिक रूप से स्पष्ट नहीं हो पाया कि दोनों जवानों की मौत का कारण लू की चपेट में आना है या हार्ट अटैक.
45 दिनों तक चलता है ट्रेनिंग कैंप
ट्रेनिंग के दौरान हीटवेव की चपेट के कारण दो जवानों की मौत की सूचना सीआरपीएफ के अधिकारियों के द्वारा उनके परिजनों को दे दी गई है, हालांकि सीआरपीएफ के तरफ से यह कहा जा रहा है कि गुरुवार को कठिन शारीरिक व्यायाम नहीं कराया गया था सिर्फ फायरिंग रेंज में प्रशिक्षण लेने आए जवानों ने फायरिंग का प्रशिक्षण लिया था. बता दें कि विशेष तौर पर सीआरपीएफ के जवान जोनल ट्रेनिंग सेंटर में एलआरपी, जंगल वार की ट्रेनिंग लेने के लिए आते हैं. लगभग 45 दिनों तक ट्रेनिंग कैंप चलता है.
2 सीआरपीएफ जवानों की मौत न सिर्फ सीआरपीएफ बल्कि जिला प्रशासन के लिए भी एक चिंता का विषय बन गई है. दोनों जवानों की मौत को लेकर आदित्यपुर थाने में यूडी केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. दोनों सीआरपीएफ जवानों की हीट वेव से हुई मौत को लेकर एसडीपीओ हरविंदर सिंह ने पुष्टि करते हुए मामले की जानकारी दी है.