हजारीबाग । जिले के भाजपा नेता प्रदीप प्रसाद के साथ हुए दूकान विवाद मामले को लेकर शोभा श्रीवास्तव पति स्व अरूण श्रीवास्तव ने शुक्रवार को झिंझरिया पूल स्थित अपने आवास श्रीवास्तव भवन में प्रेस वार्ता का आयोजन किया। प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में उपायुक्त को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही मैंने अपर मुख्य सचिव गृह कारा विभाग राँची , महानिदेशक राँची और सचिव झारखंड स्टेट बार काउंसिल से मुलाक़ात कर सारे मामले की जानकारी भी दे दी है। मैंने उनसे अनुरोध किया है कि यह मेरे हक की लड़ाई है। संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई में मेरा साथ दें। मुझे मेरा हक़ दिलाएं।
साथ ही उन्होंने कहा कि कहीं से न्याय नहीं मिलने पर राज्यपाल के पास भी अपने न्याय के लिए जाऊंगी। साथ ही बताया कि इस मामले में मैंने हज़ारीबाग़ उपायुक्त नैंसी सहाय को आवेदन दिया है। पत्र में लिखा गया है की विगत 12 जुलाई को आनंदपुरी स्थित दुकान की शटर पर ‘नॉट फॉर सेल’ लिखने के दौरान उनके बेटों व उनपर प्रदीप प्रसाद ने हमला करवा दिया। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस हमले में प्रदीप प्रसाद के बेटे, भतीजे व उनके समर्थकों का हाथ होने का आरोप लगाया गया है।
मामले को लेकर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। इस मामले को एसडीएम कोर्ट में भी चुनौती दी है। पत्र में इस बात का जिक्र है कि मंगलवार को उक्त दुकान पर फिर से कारोबार शुरू कर दिया गया है। दुकान में अज्ञात लोगों के आने-जाने से कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है। आरोप लगाते हुआ लिखा है कि उन्हें व उनके परिवार को धमकियां दी जा रही है। ऐसे में उपायुक्त से कार्यवाई की मांग की है। साथ ही कहा कि हमने दो बार उन्हें नोटिस भी भेजा है जिसमे पहली नोटिस हमने फॉल्स सीलिंग ना बनवाने के लिए भेजा था।
शोभा श्रीवास्तव की बहु हेमा श्रीवास्तव ने कहा कि एफआईआर होने के बाद भी प्रशासन से कोई सहयोग नहीं मिल रहा। वे लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। कहा कि उपायुक्त ने आश्वासन दिया है की न्याय होगा। साथ ही कहा की यदि हम लोगों को न्याय नहीं मिला तो हम लोग राज्यपाल के समक्ष भी अपने न्याय की मांग को लेकर पहुंचेंगे। एक विधवा महिला अपने ही मकान में बनी दुकान के लिए परिश्रम कर रही है।