हजारीबाग(आवाज)। समाजसेवी व जमीन कारोबारी प्रदीप प्रसाद ने पिछले दिनों आनंदपुरी स्थित अपनी दुकान को लेकर उत्पन्न विवाद को लेकर शुक्रवार को पे्रस कांफ्रेंस का अपनी स्थिति साफ की।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरा प्रकरण एक साजिश का हिस्सा है। इस मामले में वे व उनका परिवार पाक साफ है। उल्टे उन्होंने जमीन मालिक शोभा श्रीवास्तव के दो पुत्र राजीव रंजन श्रीवास्तव व संजय श्रीवास्तव पर ही लीज की शर्तों का उल्लंघन करे व हमला करने का आरोप लगाा।
बताया कि वे शांतिपूर्वक लीज शर्तों का सम्मान करते हुए दुकान पर काबिज थे। लीज पर जमीन लेने के बाद उन्होंने करीब बारह लाख रुपये खर्च का उस जमीन पर दुकान का निर्माण कराया। अचानक 3 जुलाई को उन्हें श्रीवास्तव फैमिली से एक वकालतन नोटिस प्राप्त हुआ। जिसका जवाब उन्होंने दिया।
इसके बाद वे अपनी दुकान में रंग रोगन व साज सज्जा का काम करा रहे थे। इसी दौरान राजीव व संजय वहां पहुंचे पर काम को बंद करा दिया। 12 जुलाई को उनका भांई चाबी के अभाव में दुकान का ताला तोड़ रहा था तभी राजीव व संजय अपनी पत्नी क्रमश: पूर्णिमा श्रीवास्तव व हेमा श्रीवास्तव के साथ वहां पहुंचे और हाथापाई करने लगे।
बीच बचाव करने पहुंचे लोगों पर भी हमला बोल दिया। प्रदीप प्रसाद ने कहा कि यह सारा कुछ उनकी छवि को धुमिल करने के लिए किया गया।