पंजाब में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और राज्य की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। पंजाब के दौरे पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राज्य के एजुकेशन मॉडल पर सवाल उठाए थे, वहीं अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पलटवार करते हुए AAP का मेनिफेस्टो जारी करते हुए टीचरों और कॉलेजों के वादे पूरा न करने का आरोप लगाया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा, ” जो शीशे के घरों में रहते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। आप महिला सशक्तिकरण, रोजगार और टीचर की बात करते हो लेकिन आपकी सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं है।”
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे पूछा कि दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के सरप्लस रेवेन्यू छोड़ने के बावजूद आपने (सीएम केजरीवाल) कितनी महिलाओं को एक हजार रुपए दिए?
एक अन्य ट्वीट में सिद्धू ने कहा कि नारी सशक्तिकरण का मतलब महिला को चुनाव प्रक्रिया के हर मोर्चे पर शामिल करना है, जैसे कांग्रेस पंजाब में कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि सच्चे नेता एक हजार का लॉलीपॉप नहीं देते। वे उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्किल्ड बनाते हैं, ये पंजाब मॉडल है।
सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल को याद दिलाए 2015 में किए जनता से वादे
आम आदमी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल को घेरा। सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल से पूछा, ”2015 के मेनिफेस्टों में आपने 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेज दिल्ली को देने का वादा किया था। यह जॉब और कॉलेज कहां हैं? आपकी फेल गारंटियों से दिल्ली में बेरोजगारी की दर पिछले 5 साल में 5 गुना बढ़ चुकी है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि साल 2015 में दिल्ली में टीचरों की 12,515 वैकेंसी थी। जबकि 2021 में यह जॉब वैकेंसी 19,907 पहुंच चुकी है। सिद्धू इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप ज्यादातर खाली पदों को गैस्ट लेक्चररों से भर रहे हैं।