देश की मशहूर गायिका और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया है। 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली है। लता करीब एक महीने से बीमार चल रही थीं। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित लता मंगेशकर के निधन पर देश में दो दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। सरकार के सूत्रों ने बताया है कि इस दौरान राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। उनके निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है। राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है।
अंतिम दर्शन के लिए मुंबई जाएंगे पीएम मोदी
लता मंगेशकर का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक पेडर रोड स्थित उनके घर पर पार्थिव शरीर को रखा जाएगा, जहां लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद शाम 4.30 बजे लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर मुंबई के शिवाजी पार्क में ले जाया जाएगा। जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी और संस्कार किया जाएगा। लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन के लिए पीएम मोदी आज मुंबई जाएंगे।
2 दिन आधा झुका रहेगा राष्ट्रध्वज
मशहूर गायिका लता मंगेशकर के निधन पर देश में दो दिनों का राजकीय शोक का ऐलान किया गया। सरकार के सूत्रों ने बताया है कि इस दौरान राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। इस दौरान उनके शव को तिरंगे से लिपटाया जाएगा और सशस्त्र सेना के जवान अतिम संस्कार में सलामी देंगे।
पश्चिम बंगाल ने आधे दिन की छुट्टी
पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर के सम्मान में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, मैं भारत की दिवंगत प्रतिमा, भारत रत्न लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके द्वारा छोड़े गए अरबों प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए, मैं उस प्रतिभा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता हूं जो वास्तव में भारत की कोकिला थी।
देश में खालीपन छोड़ गईं लता दीदी : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा, लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।