रांची पुलिस को सात दिन पहले चकमा देकर भागने वाले पीएलएफआई के एरिया कमांडर को पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस ने बादल को दशमफाल इलाके से गिरफ्तार किया है। दरअसल, बादल संगठन विस्तार के उद्देश्य से तुपुदाना और दशमफाल इलाके में एक्टिव था। इस दौरान एसएसपी किशोर कौशल को बादल के क्षेत्र में होने की सूचना मिली। इस पर हटिया डीएसपी राजा कुमार मिश्रा के नेतृत्व में तुपुदाना और दशमफाल पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। इसमें बादल पकड़ा गया, जबकि उसके साथी भाग निकले।
दशमफाल और तुपुदाना इलाके में चलाया जा रहा है सर्च ऑपरेशन। पुलिस का कहना है कि, बादल को हाल में तुपुदाना इलाके का एरिया कमांडर बनाया गया है। तब से वह इस इलाके में संगठन के विस्तार में जुटा था। इसके खिलाफ खूंटी एवं रांची के अलग-अलग थानों में एक दर्जन से अधिक हत्या, लेवी वसूलने, आर्म्स एक्ट आदि के मामले दर्ज हैं।
तुपुदाना, धुर्वा, नगड़ी क्षेत्र बना पीएलएफआई का सेफ जोन
हाल में तुपुदाना, धुर्वा, नगड़ी क्षेत्र को पीएलएफआई ने अपना सेफ जोन बना लिया है। इसी क्षेत्र में उग्रवादी पनाह लेकर व्यवसायियों से लेवी वसूलने का काम करते हैं। 24 जुलाई को तुपुदाना थाना पुलिस को चिवादाग क्षेत्र में पीएलएफआई के कुछ उग्रवादियों के जमा होने की सूचना मिली थी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि, 24 जुलाई की छापेमारी में 9 से 10 उग्रवादी पुलिस को देखकर भागने लगे थे। तब पुलिस ने गुमला के बसिया निवासी सुबोध कुमार हजाम और धुर्वा निवासी जोहन लिंडा को दबोचा था। वहीं, एरिया कमांडर बादल लोहरा, तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप, मार्टिन केरकेट्टा भाग निकला था।
पूछताछ में जुटी है पुलिस
एसएसपी किशोर कौशल का कहना है कि, बादल समेत कुछ अन्य उग्रवादी 24 जुलाई की छापेमारी में भाग निकले थे। मामले में तुपुदाना ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। तब से पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। अब गिरफ्तार बादल से पुलिस अधिकारी सख्त पूछताछ कर रहे हैं।