थोक व्यापारियों के मुताबिक रसोई में खास तौर से इस्तेमाल होने वाली सब्जी यानी टमाटर के रेट जल्द ही 300 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकते हैं। यानी टमाटर, जो इस समय दिल्ली समेत कई जगह 200 रु प्रति किलो पर बिक रहा है, अभी और महंगा हो सकता है। मगर टमाटर के इतने हाई-फाई रेट की वजह क्या है, आगे जानिए।
ये है टमाटर के रेट बढ़ने की वजह
कृषि उपज विपणन समिति (APMC) के सदस्य कौशिक के अनुसार सब्जी के थोक विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य मौसमी सब्जियों की बिक्री में भारी गिरावट आई है।उन्होंने कहा कि थोक बाजार में टमाटर की कीमतें 160 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220 रुपये प्रति किलो हो गई हैं, जिसके कारण खुदरा कीमतें भी बढ़ सकती हैं। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सप्लाई में दिक्कतें आने के कारण टमाटर की कीमतें एक महीने से अधिक समय से दबाव में हैं।
मदर डेयरी पर क्या हैं रेट
इस बीच, मदर डेयरी ने बुधवार को अपने सफल रिटेल स्टोरों के जरिए टमाटर की बिक्री 259 रुपये प्रति किलोग्राम पर शुरू की है। आजादपुर मंडी के थोक विक्रेता संजय भगत के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों के ट्रांसपोर्टेशन में काफी कठिनाई हो रही है।भगत के अनुसार प्रॉड्यूसर्स की तरफ से सब्जियों के निर्यात में सामान्य से 6 से 8 घंटे का अधिक समय लग रहा है, जिसके कारण टमाटर की कीमत लगभग 300 रुपये प्रति तक पहुंच सकती है।
क्वालिटी भी हुई खराब
भगत ने कहा कि टमाटर और अन्य सब्जियां जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से आती हैं, उनकी क्वालिटी में भी गिरावट आई है। हिमाचल प्रदेश में जुलाई में भारी बारिश हुई है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। थोक व्यापारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में कीमतें 300 रुपये प्रति किलोग्राम तक भी पहुंच सकती हैं।”