गाजियाबाद की डासना जेल में बंद कैदियों में से 140 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। यह खबर किसी भी तरीके से राहत देने वाली नहीं है लेकिन जेल प्रशासन को शायद इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। जेल प्रशासन इसे एक बेहद रूटीन मामला मान रहा है जबकि आपको बता दें की यह बीमारी एक जानलेवा बीमारी है और इसका फैलने का खतरा बना रहता है।
यह है गाजियाबाद की डासना जेल। यहां के जेल अधीक्षक आलोक कुमार सिंह मानते हैं कि यह जेल क्षमता से ज्यादा कैदी लिए हुए हैं। हालांकि उसके बावजूद यहां 140 एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं। उसको लेकर यह परेशान बिल्कुल नहीं दिखते बहुत सरलता से और आराम से कहते हैं कि इतने कैदी तो हमेशा पोजेटिव रहते हैं।
इनके मुताबिक ऐसे मरीज जो सुई से नशा करते हैं उनको इस तरह की बीमारी फैलने का खतरा रहता है और यहां आने पर उनके टेस्ट से पता चलता है लेकिन साहब यह बीमारी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है और इसका किसी भी तरीके से और लोगों में फैलने का खतरा भी रहता है लेकिन जेल सुपरिटेंडेंट मानते हैं कि डेढ़ सौ के करीब एचआईवी मरीज मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। हालांकि जेल सुपरीटडेंट दावा करते हैं ऐसे मरीजों का ध्यान रखा जाता है और उन्हें अलग कर दिया जाता है साथ ही सूचना देते उनका इलाज करवाया जाता है।