बुली बाई’ ऐप मामले अब कार्रवाई होती दिख रही है। इस मामले में 18 वर्षीय श्वेता सिंह को मुंबई पुलिस ने मंगलवार को कथित तौर पर मुख्य संदिग्ध होने के नाते उत्तराखंड के रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। बता दें कि बुली बाई ऐप के जरिए कई मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें बिना उनकी सहमति के वर्चुअल तरीके से ‘नीलामी’ के लिए पोस्ट की गई थीं।
नहीं है मां-बाप का सिर पर साया: श्वेता सिंह के अलावा पुलिस ने 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को भी इस मामले में सह-आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया है। वहीं श्वेता को लेकर जानकारी है कि उसने पिछले साल अपने पिता को कोरोना महामारी में खो दिया था। वहीं इससे पहले श्वेता ने कैंसर के चलते अपनी मां को खोया था। बता दें कि श्वेता की एक बड़ी बहन है जो कॉमर्स ग्रेजुएट है। जबकि उसकी छोटी बहन और भाई स्कूल में पढ़ते हैं। श्वेता इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
फर्जी ट्विटर हैंडल का सहारा: श्वेता जाट खालसा07 नाम से एक फर्जी ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर रही थी। आरोप के मुताबिक इस हैंडल से नफरत भरे पोस्ट और आपत्तिजनक फोटो और कमेंट अपलोड किये जा रहे थे। उनसे जुड़े लोग भी इसी विचारधारा को मानते थे।
नेपाल कनेक्शन: बता दें कि बुली बाई ऐप विवाद में नेपाल कनेक्शन भी नजर आ रहा है। दरअसल इसमें आरोपी नेपाल में स्थित अपने दोस्त के निर्देश पर काम कर रहे थे। जांच कर रही टीम के सूत्रों ने कहा कि आरोपी द्वारा दी गई जानकारी मुताबिक एक गियू नाम का एक नेपाल नागरिक ऐप पर की जाने वाली गतिविधियों के बारे में निर्देश दे रहा था। पुलिस उसकी और उससे जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।
श्वेता सिंह को उधम सिंह नगर जिले से हिरासत में लिया गया था और फिर मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने 5 जनवरी तक उसकी ट्रांजिट रिमांड की मांग की थी। अन्य आरोपी विशाल कुमार ने श्वेता के बारे में जानकारी दी थी। बता दें कि विशाल को पहले ही बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था। उसने दावा किया वह श्वेता के संपर्क में था और उन लोगों के भी संपर्क में है जो बुली बाई ऐप पर पोस्ट और गतिविधियों पर काम कर रहे थे।
बुली बाई ऐप विवाद में हुई गिरफ्तारियों के बाद मुंबई पुलिस के अधिकारी सुल्ली डील की घटना में भी विशाल की भूमिका की जांच कर रहे हैं। यह मामला 2021 में सामने आया था।