विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) को भारत सरकार ने पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक अधिसूचना में कहा कि आईआरएफ एक अवैध संगठन है और इस पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
मंत्रालय ने कहा कि आईआरएफ के संस्थापक जाकिर नाइक के भाषण आपत्तिजनक हैं क्योंकि वह कुख्यात आतंकवादियों का गुणगान किया करते हैं। गृह मंत्रालय ने कहा कि जाकिर यह दावा भी करते हैं कि हर मुसलमान को आतंकवादी होना चाहिए।
अधिसूचना में आगे कहा गया है कि जाकिर नाइक युवाओं को जबरन मुसलमान बनाने का समर्थन भी करते आए हैं। उन्होंने आत्मघाती हमलों का पक्ष लिया है। हिंदुओं व हिंदू देवी-देवताओं और अन्य धर्मों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।
गृह मंत्रालय ने आगे कि जाकिर नाइक मुस्लिम युवाओं और आतंकियों को आतंकी हरकतों को अंजाम देने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। आईआरएफ और इसके सदस्यों व सहयोगियों की अवैध गतिविधियां गुजरात, कर्नाटक, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में देखने को मिली थीं।
2016 में भी आईआरएफ को घोषित किया गया था गैरकानूनी
केंद्र सरकार का कहना है कि यह संगठन ऐसी गतिविधियों में संलिप्त रहा है जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने, शांति और सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इससे पहले नवंबर 2016 में भी जाकिर नाइक की आईआरएफ पर 16 नवंबर 2021 तक के लिए केंद्र की ओर से ऐसा ही प्रतिबंध लगाया गया था।