दुनिया के दूसरे सबसे बड़ा कारोबारी गौतम अडानी अगले दस साल में 100 बिलियन डॉलर का निवेश ग्रीन एनर्जी में करने जा रहे हैं। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी का कहना है कि उनका फोकस न्यू एनर्जी के साथ डिजिटल स्पेस में धाक जमाना है। इसमें डाटा सेंटर भी शामिल होंगे। उनका कहना है कि वो अपनी योजना के बारे में सिलसिलेवार खुलासा करते रहेंगे।
गौतम अडानी की योजना में पोर्ट्स टू एनर्जी के तहत हाइब्रिड रिन्यूबल एनर्जी उत्पादन के 45 गिगावाट्स के प्लांट हैं तो कंपनी सोलर पैनल, विंड टरबाइन और हाइड्रोजन एलेक्ट्रोलिसर बनाने के लिए 3 गिगा फैक्ट्री स्थापित करने जा रही है। सिंगापुर की फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ कांफ्रेंस में अडानी ने कहा कि योजना के तहत कुल निवेश का 70 फीसदी एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में होगा। 1
988 में अपने कारोबार की शुरुआत करने वाले गौतम अडानी फिलहाल जेफ बेजोस और बिल गेट्स जैसे कारोबारियों को पीछे छोड़कर दूसरे सबसे धनी उद्योगपति बन चुके हैं। उनका बिजनेस एंपायकर फिलहाल 143 बिलियन डॉ़लर का हो चुका है।
अडानी का कहना है कि ये एक बड़ी उपलब्धि है कि वो ग्रीन इलेक्ट्रोन और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे चीजें खुद बना रहे हैं। ये दोनों ही बेहद बेशकीमती हैं। उनका कहना है कि भारत का डाटा सेंटर बाजार तेजी से बढ़ रहा है। ये सेक्टर एनर्जी की ज्यादा खपत करता है। ग्रीन डाटा सेंटर बनाकर वो गेम चेंजर बनने जा रहे हैं। उनका कहना है कि अडानी ग्रुप सारे डाटा सेंटर्स को आपस में जोड़ने की योजना पर काम कर रहा है। उसके बाद अडानी ग्रुप के B2C कस्टमर एक डिजिटल प्लेटफार्म पर आ जाएंगे।
नया कारोबार अडानी ग्रुप को नई ऊचाइयों पर ले जाएगा। एयरपोर्ट्स और सी-पोर्ट्स के कारोबार में अपनी धाक जमा चुके अडानी ग्रुप दूसरे सबसे बड़ा सीमेंट कारोबारी भी हैं। उनका कहना है कि भारत में असीम संभावनाएं हैं। अभी तो भारत की तरक्की की दास्तां शुरू ही हुई है। इसे आगे जाना अभी बाकी है। चीन को लेकर उनका कहना है कि कभी ये देश ग्लोबलाइजेशन के मामले का चैंपियन था। लेकिन अभी ये परेशानी में घिरा है।