बिहार में सोमवार (4 अप्रैल) को ही विधान परिषद चुनाव के लिए मतदान हुआ है। अब सात अप्रैल को इसकी मतगणना की जाएगी। सोमवार को मतदान के बाद देर रात सिवान जिले का महुअल गांव गोलियों की गूंज में दहल उठा। दरअसल, इस घटना में एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए रईस खान के काफिले पर हमला किया गया। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर सोमवार को मतदान संपन्न हुआ है। इन चुनावों में रईस खान भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, घटना सिवान-सिसवन मुख्य मार्ग पर स्थित महुअल गांव की है। रईस खान अपने समर्थकों के साथ काफिले में चले जा रहे थे कि तभी अचानक गोलियों की बौछार हुई। इस हमले में कोई कुछ समझ पाता तब तक एक व्यक्ति की मौत हो गई बाकी दो घायलों को फौरन अस्पताल भेजा गया।
निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान के अनुसार, वह चुनाव के बाद समीक्षा कर वापस अपने गांव ग्यासपुर लौट रहे थे। इसी बीच रास्ते में हथियारबंद अपराधियों ने उनके काफिले पर एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग कर दी। रईस की मानें तो उनकी गाड़ी काफिले में सबसे आगे थी और तेज रफ्तार में आगे निकल गई। लेकिन इन बदमाशों की करीब 150 राउंड फायरिंग में उनके पीछे आ रही गाड़ी में बैठे दो समर्थक गोली की चपेट में आ गए। जबकि हमले में एक बाइक सवार की मौत हो गई।
रईस ने कहा कि घटना की जानकारी के तुरंत बाद वह सदर अस्पताल पहुंचे और घायलों से उनका हालचाल पूछा। निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान जिला प्रशासन ने उन्हें किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। साथ ही कहा कि जिस तरह वारदात को अंजाम दिया गया है, इससे स्पष्ट है कि अपराधी हत्या की साजिश आए थे। घटना की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई थी और प्रत्याशी के समर्थकों में घटना को लेकर काफी रोष है।
पुलिस के अनुसार, गोलीबारी में एक शख्स की मौत हुई है और घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है।पुलिस पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। बता दें कि, हाल ही में बिहार के दानापुर में एक जदयू नेता दीपक मेहता की भी घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।