नई दिल्ली। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ( VR Choudhari ) भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) के नए प्रमुख बन गए हैं। गुरुवार को उन्होंने दिल्ली में अपना कार्यभाल संभाल लिया। उन्होंने आरकेएस भदौरिया ( RKS Bhadoria ) की जगह ली है।
एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी चीन के साथ संकट के चरम के दौरान लद्दाख सेक्टर के प्रभारी थे। यही नहीं पाकिस्तान को करगिल युद्ध के दौरान सबक सिखाने में भी इनकी अहम भूमिका रही। बता दें कि निवर्तमान वायुसेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया आज वायुसेना से रिटायर हो गए।
रिटायरमेंट से पहले निवर्तमान वायुसेना चीफ ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। आरकेएस भदौरिया 42 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं। इस दौरान उन्होंने 36 रफाल और 83 मार्क1ए स्वदेशी तेजस जेट सहित दो मेगा लड़ाकू विमान सौदों में अहम भूमिका निभाई थी।
वहीं एयर मार्शल वीआर चौधरी देश के 27वें वायुसेना प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। इससे पहले उन्होंने एक जुलाई को वायुसेना उप प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के छात्र रहे एयर मार्शल चौधरी 29 दिसंबर 1982 को भारतीय वायुसेना की युद्धक शाखा में शामिल हुए थे।
वायुसेना का उप प्रमुख बनने से पहले वीआर चौधरी पश्चिमी वायु कमान (WAC) के कमांडर-इन-चीफ के रूप में कार्यरत थे।
बता दें कि पश्चिमी वायु कमान संवेदनशील लद्दाख क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भारतीय वायु क्षेत्र की सुरक्षा करता है।
वीआर चौधरी अब तक सेना में 38 वर्ष की सेवा दे चुके हैं। इस विशिष्ट करियर में उन्होंने भारतीय वायुसेना में कई प्रमुख लड़ाकू और प्रशिक्षक विमान उड़ाए हैं।
मिग-21, मिग-23 एमएफ, मिग 29 और सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान प्रमुख रूप से शामिल हैं।
एयर मार्शल के पास इन विमानों के परिचालन उड़ान सहित 3,800 घंटे से अधिक का उड़ान का अनुभव है।