बिहार । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटों में राष्ट्रीय जनता दल में अपने हक की लड़ाई जारी है। इसी बीच शिक्षक दिवस (teachers day) के अवसर पर तेजप्रताप यादव ने बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, तेजप्रताप यादव ने छात्र राजद के समानांतर अपना अलग संगठन बना लिया है। जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप यादव ने इसे छात्र जनशक्ति परिषद नाम दिया है। तेज प्रताप ने बताया कि यह संगठन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय होगा और सूबे की योगी सरकार की खामियों को उजागर करेगा।
गांव-गांव तक होगा संगठन का विस्तार
तेजप्रताप ने कहा कि छात्र जनशक्ति परिषद का विस्तार गांव-गांव तक होगा। बिहार पंचायत चुनाव में भी संगठन की भागीदारी होगी। जो सदस्य पंचायत चुनाव लड़ना चाहेंगे, उन्हें सहयोग किया जाएगा। संगठन से आर्यन राय को उपाध्यक्ष और पीयूष को महासचिव बनाया गया है। इसी तरह पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेता निशांत यादव, हरिओम प्रताप, चंद्र कुमार ठाकुर, सौरभ सुमन, रंजन यादव एवं ऊषा सोहानी को भी पदाधिकारी बनाया गया है।
राज्य के छात्रों के लिए काम करेगा संगठन
जानकारी के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने प्रशांत प्रताप को संगठन का अध्यक्ष बनाया है। यह संगठन बिहार के बाहर भी छात्रों के पक्ष में काम करेगा। तेजप्रताप के पैंतरे को छात्र राजद में किए गए जगदानंद सिंह के हस्तक्षेप को माना जा रहा है। उन्होंने आकाश यादव को हटाकर गगन कुमार को छात्र राजद का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। इसके बाद से जगदानंद सिंह ने तेजप्रताप की अनबन की खबरें आ रही थीं।
तेज प्रताप ने पिता से भी लिया आशीर्वाद
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जब हाल ही तेजप्रताप ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की तो उन्हें इस संबंध में जानकारी दी थी। यही नहीं इस नई शुरूआत से पहले तेजप्रताप ने पिता का आशीर्वाद भी लिया था। बता दें कि तेजप्रताप ने पहले भी राजद से अलग लालू-राबड़ी मोर्चा बनाया था। उन्होंने आरएसएस (RSS) की तर्ज पर उन्होंने धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ (डीएसएस) नाम से भी संगठन बनाया था। हालांकि उन्होंने दावा किया था कि यह संगठन राजद का ही अंग होगा, जो शिक्षा, स्वास्थ्य एवं बेरोजगारी के मुद्दे को उठाएगा।