भारतीय जनता पार्टी ने आम चुनाव से ठीक पहले संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। कई नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। सुनील जाखड़ को पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जी किशन रेड्डी तेलंगाना की कमान संभालेंगे, यहां राजेंद्र एटीला चुनाव प्रबंधन संमिति के अध्यक्ष होंगे। जबकि पी पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश की नई प्रदेश अध्यक्ष होंगी। झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी होंगे।
खास बात है कि पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया और ओबीसी नेता ईटेला राजेंदर को चुनावी राज्य तेलंगाना में अपनी चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। यह घटनाक्रम तेलंगाना में पार्टी को दुरुस्त करने की भाजपा की कोशिशों को उजागर करता है, जहां पार्टी में कई अपेक्षाकृत नए लेकिन शक्तिशाली लोग बंडी संजय कुमार के नेतृत्व के खिलाफ थे।सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि संजय को आने वाले दिनों में फेरबदल में केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया जा सकता है।
जाखड़ ने अश्विनी शर्मा की जगह ली है, जबकि मरांडी दीपक प्रकाश की जगह आए हैं। यह फेरबदल उन नेताओं को दी गई अहमियत के लिहाज से महत्वपूर्ण है जो अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए हैं। जाखड़ और राजेंद्र ने भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस और बीआरएस छोड़ी थी।पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया गया है।
पीएम मोदी ने की अहम बैठक
बता दें कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राजधानी स्थित प्रगति मैदान के नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों से अगले नौ महीनों में लोगों को केंद्र सरकार के कार्यों के बारे में जानकारी देने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा गया। इस बैठक का मकसद कैबिनेट और संगठन में फेरबदल भी बताया जा रहा है।
साढ़े चार घंटे चली बैठक
करीब साढ़े चार घंटे तक चली बैठक में उनकी मिस्र यात्रा पर भी प्रकाश डाला गया। सूत्रों ने बताया कि इस बात पर भी चर्चा की गई कि बजटीय आवंटन को सही तरीके से कैसे लागू किया जाए। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, मंत्रिपरिषद के साथ एक सार्थक बैठक, जहां हमने विभिन्न नीतिगत मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने बैठक से जुड़ी तस्वीरें भी साझा कीं। इस साल केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी ही एक बैठक जनवरी में आम बजट पेश होने से पहले की थी।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में 2024 के आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की गई।2021 में किया था कैबिनेट फेरबदलप्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2021 में आखिरी बार अपने मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार किया था। इसके बाद उन्होंने कुछ मौकों पर कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया था। वर्ष 2021 के मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार के तहत मोदी ने 36 नये चेहरों को जगह दी थी, जबकि 12 तत्कालीन मंत्रियों की पद से छुट्टी कर दी थी। जिन मंत्रियों की छुट्टी की गई थी, उनमें डी वी सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष गंगवार, बाबुल सुप्रियो, हर्षवर्धन प्रमुख थे।इन्हें मिली थी जगहइस मंत्रिपरिषद विस्तार में मोदी ने अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया और भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं को शामिल किया था, जबकि अनुराग ठाकुर, किरेन रीजीजू और मनसुख मांडविया को पदोन्नत किया था।
सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनावों के मद्देनजर इस बार के मंत्रिपरिषद विस्तार में सरकार और संगठन के बीच तालमेल बैठाने के प्रयास के तहत कुछ कैबिनेट मंत्रियों को संगठन में जगह दी सकती है और संगठन के कुछ प्रमुख चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है।इस सिलसिले में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कई दौर की बैठकें की हैं। इन बैठकों में मुख्य रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल रहे हैं। तीनों नेताओं ने 28 जून को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। इन बैठकों और मुलाकातों के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों को बल मिला है।