दुनिया के कुछ देशों में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के मामले एक बार फिर बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में जिस तरह से भारत (India) के कई राज्यों ने कोरोना पाबंदियों में ढील देने का ऐलान किया गया है, उससे विशेषज्ञों की चिंता और भी बढ़ गई है. कोरोनावायरस (Coronavirus) पर नजर रख रहे विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मामले कम होना अच्छी बात है लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही एक बार फिर बड़े खतरे को दावत दे सकती है.
आईसीएमआर-एनआईवी की निदेश डॉ प्रिया अब्राहम ने कोरोना पाबंदियों में ढील दिए जाने के कदम पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि अभी COVID संक्रमण कम है, यह अच्छी बात है. लेकिन अभी भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है. किसी भी भीड़भाड़ वाली जगह पर हमें मास्क जरूर पहनना चाहिए. कोरोना का प्रसार रोकने में मास्क की निश्चित रूप से अहम भूमिका होती है. हमें अभी भी सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है. इन सावधानियों को छोड़ने का समय अभी नहीं आया है
भारत में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है और केंद्र समेत कई राज्यों ने कोरोना से जुड़ी पाबंदियों पर कई तरह की ढील देने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में अब राजधानी दिल्ली समेत महाराष्ट्र में कोरोना मास्क पहनना अनिवार्य नहीं रह गया है, जिससे सार्वजनिक रूप से मास्क नहीं पहनने पर अब कोई जुर्माना नहीं लगेगा, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इसे पहनना उचित रहेगा.
दिल्ली में भी अब मास्क अनिवार्य नहीं
महाराष्ट्र की तरह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने भी फैसला किया है कि मास्क नहीं पहनने पर किसी तरह का कोई जुर्माना नहीं लगेगा. मास्क नहीं पहनने पर दिल्ली में यह जुर्माना ₹500 था. दिल्ली और महाराष्ट्र के इतर पश्चिम बंगाल सरकार ने महामारी के कारण लगाए गए सभी प्रतिबंधों को हटा लिया है, लेकिन यह भी कहा है कि मास्क पहनने की अनिवार्यता जारी रहेगी.
क्या मास्क उतारने का यह सही समय?
कोरोना के खतरनाक वैरिएंट कहे जा रहे ओमिक्रॉन के BA.2 दुनिया भर में एक नई चिंता के रूप में उभरा है. चीन के बड़े शहरों ने एक बार फिर से क्वारंटाइन को अपना लिया है. लेकिन भारत की महामारी की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि मास्क को पूरी तरह से वापस लेने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इससे अराजकता हो सकती है. साथ ही, जिन लोगों में लक्षण हैं, उन्हें सख्ती से मास्क पहनना जारी रखना चाहिए.