यूक्रेन की राजधानी कीव में सिलसिलेवार धमाके हुए हैं, जबकि पिछले कुछ घंटों में कई शहरों पर रूसी हमले किए गए। इस बीच, जेरोपेजिया में एक न्यूक्लियर पावर प्लांट पर भी कब्जा कर लिया है। इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट को लेकर रिव्यू मीटिंग ली।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच आज जंग का नौवां दिन है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन और वहां की सेना का जो मौजूदा रुख है, उससे साफ है कि वह अपने मकसद को लेकर साफ है। रूस के निशाने पर वहां का परमाणु प्लांट और चेर्निहीव (कीव और खारकीव के बाद) है। वहीं, संकटग्रस्त यूक्रेन में एक भारतीय छात्र को गोली भी लगी है। यह जानकारी वीके सिंह की ओर से दी गई।
उधर, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बातचीत के लिए बैठने की अपील की है। साथ ही पश्चिमी देशों से यूक्रेन को रूसी आक्रमण का मुकाबला करने के लिए और मजबूत सैन्य सहायता मुहैया कराने आग्रह किया। तंज कसते हुए जेलेंस्की बोले, ‘‘मेरे साथ बातचीत करने के लिए बैठिए, 30 मीटर दूर नहीं। मैं काटता नहीं हूं। आप किस बात से डरे हैं?’’
जेलेंस्की ने गुरुवार के समाचार सम्मेलन के दौरान कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच एक और दौर की वार्ता की संभावनाएं आशाजनक नहीं लगती। उन्होंने हालांकि यह कहते हुए वार्ता की आवश्यकता पर बल दिया कि ‘‘कोई भी शब्द किसी गोली से अधिक महत्वपूर्ण हैं।’’
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन को समर्थन देने में दुनिया की गति बहुत धीमी है। उन्होंने पश्चिमी देशों के नेताओं का आह्वान किया कि वे रूसी युद्धक विमानों को रोकने के लिए यूक्रेन पर ‘नो-फ्लाई ज़ोन’ लागू करें। अमेरिका और नाटो सहयोगियों ने इस कदम से इनकार किया है क्योंकि इससे रूसी और पश्चिमी देशों की सेनाएं आमने-सामने आ जाएंगी।
यूक्रेन में स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री कर रहे हैं उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
यूक्रेन में जारी रूसी सैन्य कार्रवाई और वहां से भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए चलाए जा रहे अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को एक और उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और प्रधानमंत्री कार्यालय के शीर्ष अधिकारी मौजूद हैं।
सूत्रों ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री यूक्रेन से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।’’ यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब रूसी बलों ने यूक्रेन के एनेर्होदर शहर में हमले तेज कर दिए हैं और इसी क्रम में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हुई गोलाबारी के बाद आग लग गई है। संयंत्र में आग लगने के बाद वहां से विकिरण फैलने का खतरा पैदा हो गया है। इस बीच, भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के प्रयासों को और तेज कर दिया गया है। भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान भी भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘‘ऑपरेशन गंगा’’ में शामिल किए गए हैं।