Cyclone Jawad Tracker Live- बंगाल की खाड़ी में बना तूफान ‘जवाद’ शुक्रवार को गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया। अगले 12 घंटे में इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवाती तूफान शनिवार सुबह (चार दिसंबर) को आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटवर्ती इलाकों एवं ओडिशा के दक्षिणी हिस्से से गुजर सकता है। चक्रवाती तूफान से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी से भारी बारिश होने की संभावना है।
एक रक्षा अधकारी ने बताया कि तटरक्षक ने समुद्र में जानमाल की सुरक्षा के लिए कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। उसने अपने जहाजों और विमान को मौसम के बारे में चेतावनी देने के काम में लगा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल की खाड़ी में आसन्न चक्रवात ‘जवाद’ से निपटने की राज्यों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की और अधिकारियों को जान व माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पीएमओ के मुताबिक प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाने, बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करने व इनमें किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न होने पर उन्हें तत्काल बहाल करने का निर्देश दिया।
33 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को एसडीआरएफ की पहली किस्त अग्रिम तौर पर जारी कर दी है। एनडीआरएफ ने 29 टीमों को पहले से तैनात किया है, जो राज्यों में नावों, पेड़ काटने की मशीन, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं और 33 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। पीएमओ ने कहा कि एहतियात के तहत भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों के लिए जहाज तथा हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं जबकि वायु सेना तथा थल सेना की इंजीनियर टास्क फोर्स इकाइयां, नावों और बचाव उपकरणों के साथ तैनाती के लिए तैयार हैं।
मध्य-रात्रि के बाद 32 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ा तूफान
बुलेटिन में कहा गया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर का दबाव मध्य-रात्रि के बाद 32 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया, एक गहरे अवसाद में तेज हो गया और शुक्रवार को सुबह 5.30 बजे पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में लगभग 580 किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित हो गया। यह विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) के दक्षिण-पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 670 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और पारादीप (ओडिशा) से 760 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में बदल गया।
पूर्वी मिदनापुर में भारी बारिश हो सकती है
मौसम विभाग ने कहा है कि इसके शनिवार को पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट-दक्षिण ओडिशा तट शनिवार सुबह पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से शनिवार को पूर्वी मिदनापुर में एक या दो जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने, जबकि पश्चिमी मिदनापुर,झारग्राम और हावड़ा में भारी बारिश होने की संभावना है।
पीएम ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक की
प्रधानमंत्री ने दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता और उनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने के साथ ही चौबीसों घंटे काम करने वाले कंट्रोल रूम स्थापित करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रमुख सलाहकार पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक और भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक सहित कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
तीन राज्यों के तटीय इलाकों भारी वर्षा होने को अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र में चक्रवात जवाद के जोर पकड़ने की उम्मीद है और चार दिसंबर की सुबह हवा की गति अधिकतम 100 किमी प्रति घंटा के साथ इसके आंध्र प्रदेश-ओडिशा के उत्तर तट तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।