मणिपुर के हालात बिगड़ते हुए हैं. गृह मंत्री अमित शाह लगातार स्थिति पर नजर बनाएं हुए हैं. कई मीटिंग्स कर रहे हैं. प्रमुख अधिकारियों से लगातार अपडेट भी ले रहे हैं. मणिपुर के हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं. इसी कारण अमित शाह ने भी अपना कर्नाटक दौरा टाल दिया है. कर्नाटक में 10 मई को वोटिंग होने वाली हैं. बीजेपी आलाकमान कर्नाटक में कोई कसर नहीं छोड़ रहा. कई सारे ओपिनियन पोल्स में कांग्रेस को बढ़त बनाते हुए दिखाया था.
मणिपुर में बिगड़े हालातों पर गृहमंत्री अमित शाह नजर बनाए हुए हैं. केंद्र सरकार ने 1500 अर्धसैनिक बलों की तैनाती राज्य में की हुई है. इसके अलावा गुरुवार को भी गृह मंत्री अमित शाह ने दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मणिपुर के आला अधिकारियों के साथ बैठक की थी. गृहमंत्री को आज कर्नाटक जाना था विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए लेकिन आज वह नहीं जा रहे हैं.
मणिपुर हिंसा को लेकर राजनीति शुरू
मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए भारी सुरक्षाबल तैनात है. सेना की तैनाती भी की गई है. देखने ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं. IAF ने C17 ग्लोबमास्टर और AN-32 लगातार उड़ान भर रहा है. हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से लोगों बाहर निकाला गया. पूरी रात ये कार्यक्रम चलता रहा. अति संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबल फ्लैगमार्च कर रहा है. इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी ने कारण ये सब हो रहा है. भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है. दो समुदायों के बीच दरार पैदा किया गया है.
कांग्रेस ने कहा-राष्ट्रपति शासन लगाओ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो नॉर्थ ईस्ट में शांति बहाली पर अपना ध्यान केंद्रित करें. कांग्रेस ने कहा है कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए. यहां पर कानून व्यवस्था और संवैधानिक मशीनरी फेल हो गई है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने शाह का बर्खास्त करने की मांग भी उठाई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खहगे और राहुल गांधी ने मणिपुर के लोगों से अपील की है कि वो हिंसा न करें और संयम बरतें.