नई दिल्ली। लखीमपुर घटना के बाद दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। यही वजह है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों ( Farmer Law ) के खिलाफ किसान आंदोलन ( Kisan Andolan ) के तहत हो रहे प्रदर्शन के चलते सोमवार को गाजियाबाद पुलिस ने नेशनल हाईवे 24 और नेशनल हाईवे 9 को बंद कर दिया है, जिसके बाद दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ( Delhi Traffic Police ) ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सराय काले खां से गाजियाबाद जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने की सलाह दी है।
ऐसे में दिल्ली में यातायात कुछ धीमा हो गया। इसके साथ ही पुलिस ने ट्विटर के जरिए यात्रियों को सड़कें बंद होने और ट्रैफिक जाम के बारे में सूचित किया है, ताकि वे उन रास्तों के इस्तेमाल से बचें जहां यातायात बाधित है।
दरअसल, दिल्ली बार्डर में किसान प्रदर्शनकारियों के चलते दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्विटर पर जानकारी साझा की है कि ‘प्रदर्शनकारियों की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग 24 और 9 को अवरुद्ध करने की वजह से सराय काले खां से आने वाले यात्री गाजियाबाद के लिए विकास मार्ग और डीएनडी ( DND ) के माध्यम से नोएडा की ओर जा सकते हैं।
किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली-मेरठ एकस्प्रेसवे को भी बंद कर दिया गया है। पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
लखीमपुर घटना के विरोध में किसानों ने NH किया जाम
लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम का विरोध कर रहे किसानों पर हुए जानलेवा हमले की घटना से बवाल बच गया है। इस घटना से तराई के किसानों में काफी गुस्सा है।
दिल्ली बार्डर पर बैठे आंदोलनकारी किसान सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने NH 24 और NH 9 पर धरना देकर जाम लगा दिया।
ऐसे में गाजियाबाद पुलिस ने उस रूट को बंद कर दिया है। पुलिस ने लोगों को दूसरे रूट से जाने की सलाह दी है।
नोएडा से DND की तरफ भी ट्रैफिक को रोक दिया गया है। नोएडा का पूरा ट्रैफिक नोएडा लिंक रोड की तरफ डायवर्ट करने के चलते नोएडा लिंक रोड पर भारी जाम लग गया है। वाहन चालक करीब 40 मिनट से जाम में फंसे हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुलिस अधिकारी के मुताबिक प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
यही वजह है कि एहतियातन सीमा से सटे सभी इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। अधिकारी ने कहा कि शहर की सीमाओं पर तीन विरोध स्थलों से किसी भी प्रदर्शनकारी को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।