लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद लखनऊ से लेकर खीरी तक हल्ला मच गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं ने लखीमपुर कूच का ऐलान किया था। प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने वाली थीं लेकिन उससे पहले ही उन्हें हिरासत में लिया गया है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर, बसपा के सतीश मिश्रा को लखीमपुर खीरी पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया है। उधर, सोमवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव भी खीरी में किसानों से मुलाकात करने वाले थे। उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओं को सुबह पार्टी कार्यालय बुलाया था। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट कर लिया। अखिलेश यादव के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
अजय मिश्र टेनी और बेटे के खिलाफ केस दर्ज
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि किसानों के रूप में उपद्रवी तत्वों ने हंगामा किया। उन्होंने कहा, ”किसानों के बीच छिपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए। फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारा पीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं।” खीरी में हुई घटना के बाद है केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उनके बेटे आशीष मिश्रा पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। धारा 302 , 147, 148, 149, 120बी, 289, 6 धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
भूपेश बघेल जा सकते हैं लखीमपुर खीरी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को खीरी में किसानों से मुलाकात के लिए रवाना हो सकते हैं। उन्होंने ट्विटर पर बताया कि उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ जो वहशी व्यवहार हुआ वह अक्षम्य है। मैं किसान हूं। किसान का दर्द समझता हूं। इन कठिन परिस्थितियों में उनके साथ खड़े होने के लिए लखीमपुर जाउंगा। राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी भी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसान का खून बहाया गया है।
आज भाकियू का देशव्यापी प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर चर्चा के लिए रविवार को मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में तत्काल एक पंचायत बुलाई और सोमवार को देशभर के हर जिले में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया। भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अध्यक्षता में सिसौली गांव में हुई पंचायत में यह फैसला लिया गया है। किसानों के समूह हर जिले में जिला प्रशासन के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करेंगे।