झारखंड के साहिबगंज (Sahibganj) में आदिवासी लड़की की हत्या (Murder) के मामले में पुलिस ने SIT का गठन कर दिया है। दिलदार अंसारी (Dildar Ansari) पर अपनी ही पत्नी रबिता के शरीर के 18 टुकड़े करने का आरोप है। हत्या के बाद महिला के शरीर के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए गए। अभी भी शरीर के कई पार्ट्स नहीं मिले हैं। अब स्पेशल टीम (Special Team) इस हत्या की जांच करेगी। इस मामले में सियासत में तेज हो गई है। कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ हमला बोल रही है। .आज विधानसभा में भी सोरेन सरकार को घेरने की तैयारी है। लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
किए 18 टुकड़े
आरोपी दिलदार को उसके परिवार के सदस्यों के साथ उसकी पत्नी के शव टुकड़े-टुकड़े कर जिले के विभिन्न इलाकों में फेंके जाने आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया। रबिता के पति दिलदार अंसारी, ससुर मुस्तकिम अंसारी, सास मरियम खातून, दिलदार अंसारी की पत्नी गुलेरा, दिलदार के भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी और बहन शारेजा खातुन को गिरफ्तार किया है। 22 वर्षीय पीड़िता रूबिका पहाड़िया 28 वर्षीय दिलदार अंसारी की दूसरी पत्नी थी जो आदिम पहाड़िया जनजाति से थी। दुमका के उपमहानिरीक्षक सुदर्शन मंडल ने कहा, ‘महिला के शव के करीब 18 टुकड़े बरामद किये गये हें और महिला के पति समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।’
हर कोई हैरान
दिल्ली में श्रद्धा वालकर हत्याकांड की तर्ज पर हुई इस वारदात से स्थानीय लोग हैरान हैं। उसने बताया कि 22 वर्षीय पीड़िता रूबिका पहाड़िया 28 वर्षीय दिलदार अंसारी की दूसरी पत्नी थी जो आदिम पहाड़िया जनजाति से थी। पहले स्थानीय निवासियों ने जिले के बोरिया इलाके में पीड़ित के शव के टुकड़ों को देखा था, जिन्हें कुत्ते खींच रहे थे और बाद में पुलिस को मामले के बारे में सूचित किया गया।