नई दिल्ली। कोरोना वायरस से जंग के बीच देश में लगातार कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाई जा रही है। 2 अक्टूबर को ही देश ने वैक्सीनेशन में नया कीर्तिमान बनाया है। भारत में अब तक 90 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण हो चुका है।
इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल जल्द देश में बच्चों के लिए देसी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। दरअसल भारत बायोटेक ने डीसीजीआई ( DCGI ) की मंजूरी के लिए ट्रायल डाटा जमा किया है।
देश में कोरोना की जंग जीतने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की रफ्तार बढ़ाई जा रही है। अभी तक देश में 18 साल के ऊपर के लोगों को ही कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। लेकिन हर किसी को बच्चों की कोरोना वैक्सीन का इंतजार है।
बच्चों की कोरोना वैक्सीन को बहुत जल्द मंजूरी दी जा सकती है। दरअसल भारत में विकसित की जा रही कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने शनिवार को डीसीजीआई को 2-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए ट्रायल डाटा भेजा है।
भारत बायोटेक के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला ने बताया कि सितंबर के महीने में बच्चों की कोरोना वैक्सीन का फेज-2 और फेज-3 का ट्रायल पूरा किया गया था।
अब DCGI की मंजूरी के लिए ट्रायल डाटा जमा किया गया है। ऐसे में उम्मीद है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organisation ) की ओर से भारत बायोटेक ( Bharat Biotech )के कोवॉक्सिन के लिए अंतिम अप्रूवल इस महीने के आखिर तक मिल सकता है।
डॉ. कृष्णा एला के मुताबिक कंपनी ने वैक्सीन से जड़ा सभी डाटा डब्ल्यूएचओ को सौंप दिया गया है।
भारत बायोटेक की अन्य वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D को भारत में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को लगाने की मंजूरी दी जा चुकी है।
वहीं मौजूदा समय में देशभर में अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पूतनिक-वी वैक्सीन की खुराक 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगाई जा रही है। इन सभी वैक्सीन की दो खुराक ही लगाई जा रही हैं।