आज सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अहम बैठक हुई। माना जा रहा है कल किसान आंदोलन खत्म हो सकता है। संयुक्त किसान मोर्टा के 40% लोग आंदोलन खत्म करने के पक्ष में हैं। बैठक में आंदोलन खत्म करने या जारी रखने पर चर्चा जारी है। दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा को केंद्र सरकार की चिट्ठी मिली है। केंद्र सरकार की तरफ से 6 मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा को पत्र मिला था, जिस पर बैठक हुई।
हालांकि इससे पहले किसान नेता दर्शन पाल ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो किसानों का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं लेगी तो आंदोलन में शामिल कोई भी किसान घर वापस नहीं लौटेगा। तीनों कृषि कानून रद्द होने के बाद भी दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। और आगे की रणनीति को लेकर आज SKM की बैठक हुई। माना जा रहा है कि आज किसानों की ओर से आंदोलन को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है।
सरकार की चिट्ठी में क्या है?
MSP पर बनी कमेटी में SKM के सदस्य होंगे
आंदोलन खत्म होने के बाद केस वापस होंगे
मृतकों के परिजन को मुआवजे पर सैद्धांतिक सहमति
बिजली बिल पर सभी की राय ली जाएगी
पराली जलाने पर किसानों पर FIR नहीं होगीकिसानों की मांगें
MSP पर गारंटी कानून बने
किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हों
मृतक किसानों के परिवार को मुआवजा मिले
सिंघु बॉर्डर पर मेमोरियल के लिए जगह मिले
लखीमपुर केस में मंत्री अजय मिश्रा बर्खास्त हो
बिजली संशोधन विधेयक ड्राफ्ट वापस हो
आंदोलन में ट्रैक्टर के नुकसान का मुआवजा मिलेकिसानों की कमेटी में कौन-कौन?
बलबीर सिंह राजेवाल
गुरनाम सिंह चढ़ूनी
युद्धवीर सिंह
अशोक धावले
शिवकुमार कक्का