हेलिकॉप्टर क्रैश के इकलौते सर्वाइवर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत अभी नाजुक है, लेकिन स्थिर बनी हुई है. ये जानकारी एयरफोर्स के अधिकारी ने शनिवार को दी. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 8 दिसंबर के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अकेले जीवित व्यक्ति हैं. हेलिकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की जान चली गई थी. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस वक्त बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती हैं. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की सलामती के लिए पूरा देश दुआएं कर रहा है.
उनके माता-पिता भी बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. ICU के बाहर से जब उन्होंने अपने बेटे को देखा तो आंखें भर आईं, लेकिन फिर खुद को संभाला और बोले कि मेरा बेटा एक योद्धा है और इस लड़ाई में भी जीतकर लौटेगा. वायुवीर वरुण सिंह को लेकर ये विश्वास सिर्फ उनके माता-पिता को नहीं बल्कि उन्हें जानने वाले हर इंसान को है, क्योंकि अपने जज्बे और हिम्मत की बदौलत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह पहले भी मौत से दो-दो हाथ करके उसे मात दे चुके हैं. वरुण सिंह को इस साल की शुरुआत में वीरता के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था.
यूपी के देवरिया के रहने वाले हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले हैं. इस समय वरुण सिंह इंडियन एयर फोर्स में ग्रुप कैप्टन के पद पर तैनात हैं और तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) के डायरेक्टिंग स्टाफ हैं. वरुण सिंह के पिता कर्नल केपी सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं. हालांकि, वर्तमान में उनका परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में रहता है.